Review : रोमांच और एक्शन की महागाथा सलार: पार्ट-1 सीज़फायर
punjabkesari.in Friday, Dec 22, 2023 - 12:23 PM (IST)
फिल्म: सलार: पार्ट-01 सीज़फायर ( Salar: Part-1 Ceasefire)
निर्माता : विजय कीरागंदूर (Vijay Kiragandur)
निर्देशक : प्रशांत नील ( prashanth neel)
स्टारकास्ट : प्रभास, पृथ्वीराज सुकुमारन, श्रुति हासन, जगपति बाबू , टीनू आनंद (prabhas, prithviraj sukumaran, shruti haasan, jagapati baaboo)
रेटिंग :04
सलार: पार्ट-01 सीज़फायर: पिछले कुछ समय से एक्शन-थ्रिलर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर लगातार हिट हो रही हैं। फिल्मकार भी यह मौका भुनाने में पीछे नहीं लग रहे और सिनेमाघरों में एक के बाद एक एक्शन फिल्मों की झड़ी लग रही है । बाहुबली और केजीएफ फिल्मों के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई हैं। इनके बाद से यह सिलसिला ऐसा चला है की थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी क्रम में साउथ के बड़े बड़े सितारों से सजी फिल्म सलार 22 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। नेक्स्ट लेवल का एक्शन- थ्रिलर पसंद करने वालों के लिए यह फिल्म किसी ट्रीट से काम नहीं है।
कहानी
खानसर नामक एक सम्राज्य में, राजा मन्नार (जगपति बाबू ) अपने बेटे वर्धराज मन्नार (पृथ्वीराज सुकुमारन ) को अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते हैं , लेकिन दूसरी तरफ राजा मन्नार के मंत्री और सलाहकार तख्तापलट करने की योजना बना रहे हैं और बाप और बेटे के विरुद्ध षड्यंत्र रचकर उन्हें ख़तम करना चाहते हैं। खानसर पर हमला करने के लिए यह मंत्री और सलाहकार रूस और सर्बिया की सेनाओं से हाथ मिलाते हैं, और खानसर पर हमला कर देते हैं। वर्धराज खानसर से भागने में कामयाब हो जाता है और बचपन के अपने पक्के दोस्त देवा (प्रभास ) के पास जाता है, और उसे सब कुछ बता देता है। वर्धराज को खानसर का निर्विवाद उत्तराधिकारी बनाने के लिए देवा सर पर कफ़न बाँध कर निकल पड़ता है। क्या देवा अपने दोस्त वर्धराज को वापिस उत्तराधिकारी बनाने में कामयाब होता है या फिर किसी वजह से दोनों दोस्तों की बीच दरार आ जाती है , यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी जो 22 दिसंबर को रिलीज हो चुकी है।
एक्टिंग
प्रभास का डीलडॉल जहाँ उन्हें एक शानदार एक्शन हीरो के रूप में प्रस्तुत करता है वहीँ उनके फेस एक्सप्रेशन उन्हें गजब का अभिनेता बनाते हैं। फिल्म में प्रभास की एक्टिंग और डायलाग डिलीवरी जबरदस्त है। उनके अपोजिट पृथ्वीराज सुकुमारन भी किसी बात में कम नहीं लगे हैं। साउथ के कलाकारों की सबसे बड़ी खासियत है की वह अभिनेता पहले होते हैं और स्टार बाद में इसलिए अपने अभिनय पर वे स्टार को कभी भी हावी नहीं होने देते। वे अपने किरदार में डूबकर अभिनय करते हैं , फिर चाहे वो किरदार एक्शन हीरो का हो , रोमांटिक हो , भावनात्मक हो या कॉमेडी हो। श्रुति हसन सुन्दर लगी हैं और उन्होंने शानदार एक्टिंग की है। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी काफी डार्क हैं और सीन खून-खराबे और मार धाड़ से भरपूर हैं। अन्य कलाकारों ने भी अपना शत प्रतिशत देकर फिल्म को पूरी तरह स्पोर्ट किया है।
डायरेक्शन
प्रशांत नील ने वर्ष 2014 में उग्रम नाम से एक फिल्म बनाई थी और सलार की कहानी भी उसी फिल्म से मिलती जुलती है। प्रशांत नील के जेहन में जो कहानी थी , उन्होंने बखूबी उसे परदे पर पेश किया है। इतनी बड़ी स्टारकास्ट के साथ काम करना अपने आप में एक बड़ी चुनौती है लेकिन उन्होंने न सिर्फ सब कलाकारों से शानदार काम लिया है बल्कि एक महागाथा के रूप में दिखने वाली इस फिल्म का निर्देशन भी कमाल का किया है । विशाल और भव्य सेट और किरदारों का गेटअप और लुक आकर्षक लगते हैं । फिल्म का रोमांच अंत तक बरकरार रखा गया है और इसका थ्रिल इतना जबरदस्त है की फिल्म देखने के बाद दर्शक इसके अगले भाग का बेसब्री से इन्तजार करेंगे। फिल्म का एक एक सीन जबरदस्त है और फिल्म की रफ़्तार भी तेज है। फिल्म कहीं भी नीरस नहीं पड़ती अंत तक दर्शकों को अपनी सीट से बांधे रखने पर विवश करती है।
म्यूजिक
सलार फिल्म के गीत कृष्ण कांत, राजीव गोविंदन, किन्नाल, रवि बसरूर ने लिखे हैं और संगीत दिया है रवि बसरूर ने।फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक काफी अच्छा है जो कहानी के अनुसार अच्छा लगता है। संक्षेप में कहा जा सकता है की इस फिल्म की कहानी और पात्र दर्शकों के मन में बाहुबली के किरदारों की तरह घर करेंगे और फिल्म मनोरजन के लिहाज से भी पूरा पैसा वसूल है। लेकिन इसका असली मजा सिनेमाघरों में ही देखने का है। बड़ी स्क्रीन पर विशाल और भव्य सेट और जबरदस्त साउंड के साथ ऐसी फिल्म देखना एक ट्रीट से कम नहीं ।