कोठे फुम्मन सिंह वाला में कैंसर व काला पीलिया का कहर

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 11:51 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): एक ओर सरकार गांवों को शहरों वाली सुविधाएं और मॉडर्न रूप देने के दावे कर रही है, परन्तु दूसरी ओर कई गांव अभी भी प्राथमिक सेहत और पीने वाले साफ पानी जैसी सुविधाओं से भी वंचित हैं, जिसका ताजा उदाहरण गांव कोटली के कोठे फुम्मन सिंह वाला से मिलता है। क्या कभी सरकार व प्रशासन का ध्यान इस ओर जाएगा? यदि नहीं तो यह जनतांत्रिक अधिकारों का हनन है, लोकतंत्र का मजाक है।

कोठे फुम्मन सिंह वाला की कुल आबादी लगभग 400 और कुल वोटें 300 के करीब हैं, परन्तु इतनी कम आबादी वाले इस गांव में कैंसर और काला पीलिया जैसी भयानक बीमारी इस कद्र पैर पसार चुकी है कि पिछले लगभग 5-7 सालों में 29 व्यक्ति मनजीत कौर, जसपाल कौर, गुरदेव कौर, बिल्लू सिंह, ठाना सिंह, मिलखी राम, लाजवंती, सरोज रानी, कुलवंत सिंह, सुरजीत कौर, हरपाल कौर, दलीप कौर आदि की इन बीमारियों कारण मौत हो चुकी है और 5 से 7 व्यक्ति मन्द्र सिंह खाने वाली नाली, सुखवीर कौर को छाती का कैंसर, गुरदेव कौर, जंग सिंह काला पीलिया आदि इस भयानक बीमारी कारण जिंदगी-मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। यह गांव प्राथमिक सुविधाओं से भी वंचित है। इस बीमारी का मुख्य कारण दूषित पानी है।

इलाज के लिए जाना पड़ता है राजस्थान

इस संबंधी मौके पर बातचीत करते गांव वासियों गुरसेवक सिंह, गुरप्यार सिंह पंच, गुरमेल सिंह जज, मनदीप सिंह, बलजीत सिंह आदि ने बताया कि पिछले लगभग एक दशक से इस बीमारी कारण गांव के एक-एक घर के कई मैंबर मौत के मुंह में जा चुके हैं और कई परिवार आज भी इन भयानक बीमारियों का संताप भोग रहे हैं। इन बीमारियों का इलाज बीकानेर (राजस्थान) और फरीदकोट मैडीकल से चलने पर जरूरत से अधिक खर्च होने के कारण कई परिवार गरीबी रेखा से भी नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इसके अलावा कोठे हजूरे सिंह वाले में भी कैंसर से मुखत्यार सिंह, हरनेक सिंह, जंगीर सिंह की भी मौत हो चुकी है। 

लंबे समय से बंद पड़े हैं आर.ओ.

गांव वासियों ने इन बीमारियों का मुख्य कारण पीने के लिए नहरी व साफ पानी का न मिलना और पिछले लंबे समय से बंद पड़े आर.ओ. को बताया। इस कारण यहां के बाशिंदे धरती निचला खारा और शोरेवाला न पीने योग्य पानी पीने के लिए मजबूर हैं। 

क्या कहते हैं एस.डी.एम.

अर्शदीप सिंह लुबाना एस.डी.एम. गिद्दड़बाहा का कहना कि यह सब उनके ध्यान में नहीं। उन्होंने इस संबंधी वाटर सप्लाई एस.डी.ओ. को हिदायत जारी कर दी है और इसकी पड़ताल करवाकर जल्द ही समस्या का हल किया जाएगा।

गांव में नहीं मिलती स्वास्थ्य सुविधाएं

गांववासियों ने बताया कि इस गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं न मिलने कारण उनको नजदीक के गांवों या दूर शहरों में जाना पड़ता है। गांव वासियों ने सरकार व प्रशासन से पुरजोर मांग की कि उनकी समस्या को गंभीरता के साथ लेते गांव के जलघर की पानी सप्लाई निश्चित रूप से चलाई जाए। पिछले लंबे समय से बंद पड़े पानी वाले आर.ओ. को फिर चालू किया जाए और इस गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं भी पहल के आधार पर दी जाएं।

क्या कहते हैं एस.एम.ओ. 
इस संबंध में डा. रमेश कुमारी कम्बोज एस.एम.ओ. दोदा का कहना कि उनकी सेहत विभाग की टीमों द्वारा समय-समय हर गांव में जाकर सर्वेक्षण किया जाता है और जो भी व्यक्ति इस तरह की बीमारी से पीड़ित होता है उसका इलाज भी चालू किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस गांव के जितने भी लोग काला पीलिया की बीमारी से पीड़ित हैं, उनका इलाज सेहत विभाग की ओर से किया जा रहा है।

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