भागसर माइनर में नहरी पानी की बंदी, किसान निराश

punjabkesari.in Tuesday, Sep 10, 2019 - 11:17 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): चाहे पंजाब सरकार कृषि विभाग, कृषि यूनिवर्सिटियों के माहिरों और राजनीतिक नेताओं के हमेशा ही ये वायदे होते हैं कि खेती धंधे को प्रफुल्लित किया जा रहा है और किसानों को हर जरूरी सुविधा मुहैया करवाई जा रही है परन्तु कथनी व करनी में बहुत फर्क नजर आ रहा है क्योंकि किसानों के अंदरूनी दर्द और दुख-तकलीफों को कोई नहीं जानता। इस समय इस क्षेत्र के किसान जो दर्द झेल रहे हैं, वह है नहरी पानी का क्योंकि अनेक गांवों के किसानों को नहरी पानी पूरा नहीं मिल रहा और कई-कई पानी की बारियां सूखी ही निकल जाती हैं। 

नहरी विभाग ने पिछले कई महीनों से भागसर माइनर में नहरी पानी की बंदी की हुई है। कुछ दिन उक्त माइनर में पानी छोड़ दिया जाता है और कुछ दिन बंद कर दिया जाता, जबकि इस रजबाहे से संबंधित लगभग 18-20 गांवों के किसानों को अपनी फसलों खासकर धान और नरमे को नहरी पानी की बहुत ज्यादा जरूरत है क्योंकि धरती नीचला पानी बहुत से स्थानों पर खराब ही है।मजबूरी वश किसानों को ट्यूबवेल चलाकर अपनी फसलों को पानी लगाना पड़ता है। जहां किसान बिजली की मोटरें और ट्यूबवेल चला रहे हैं, वहीं महंगे भाव का डीजल फूंक कर इंजन, ट्रैक्टरों और जैनरेटरों के साथ ट्यूबवैल चलाकर खेतों को पानी लगाया जा रहा।

लक्खेवाली के किसान शेरबाज सिंह, नंदगड़ के किसान जसविंदर सिंह सिविया, सम्मेवाली के किसान बिक्रमजीत सिंह, इस्लामेवाला के किसान बूटा सिंह, जंड वाला भीमेशाह के बिट्टू सिंह, गंधड़ के परगट सिंह, मदरसा के महल सिंह, भागसर के महेंदर सिंह और चिब्बड़ांवाली के बलजीत सिंह ने मांग की कि नहरी विभाग नहरों और रजबाहों में नहरी पानी की बार बंदी बंद करे और किसानों को लगातार पानी दे क्योंकि पानी बिना फसलें खराब हो रही हैं। किसानों का कहना है कि नहर विभाग के व्यवहार से परेशान किसान नहरों और रजबाहों के पुल पर आकर रोष धरने लगा रहे हैं।

दूसरी तरफ नहरी विभाग के एक्सियन मुखत्यार सिंह का कहना है कि नहरी पानी की बार बंदी पंजाब सरकार के हुक्मों अनुसार नहर विभाग के उच्चाधिकारियों की तरफ से पीछे से ही करवाई जा रही है। नहरी विभाग के सूत्रों का कहना है कि जल्द ही पानी रजबाहों में छोड़ दिया जाएगा।

Edited By

Sunita sarangal