पहले दीवार पर खून से लिखा सुसाइड नोट फिर लगाया फंदा

punjabkesari.in Saturday, May 25, 2019 - 01:15 PM (IST)

फरीदकोट (राजन): जसपाल सिंह की सी.आई.ए. स्टाफ लॉकअप में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की गुत्थी सुलझ गई है। फरीदकोट सी.आई.ए. स्टाफ प्रमुख नरेंद्र सिंह की तरफ से बीती 18 मई को गांव रत्तीरोड़ी से पुलिस हिरासत में लाए गए जसपाल सिंह को लॉकअप में बंद करने से लेकर उसकी मौत तक की सी.सी.टी.वी. फुटेज को शुक्रवार देर शाम पुलिस अधिकारियों ने मृतक के वारिसों और मीडिया के सामने सार्वजनिक किया।

इस मौके पर पुलिस अधिकारियों में सेवा सिंह एस.पी., भुपिन्द्र सिंह एस.पी., डी.एस.पी. सतिन्द्र सिंह धालीवाल, डी.एस.पी. यादविन्द्र सिंह और मीडिया कर्मी के अलावा मृतक जसपाल सिंह के वारिस मौजूद थे। सी.सी.टी.वी. फुटेज एल.सी.डी. पर दिखाई गई और यह साफ जाहिर हो गया है कि जसपाल लॉकअप में होते हुए उस चादर के साथ जो उसको ओढऩे के लिए दी गई थी, के साथ फंदा लेने की कोशिश करता रहा और आखिर वह थोड़ा समय सोने के उपरांत फिर उठा। उठने के उपरांत इसने अपने शरीर पर चोट मार कर अपने खून के साथ एक आत्महत्या नोट बैरक की दीवार पर लिखा जिसमें इसने 2 महिलाओं को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया और इस उपरांत इसने चादर फाड़ कर उसको गीला करने के बाद उसको लपेटा व बैरक की बारी के साथ फंदा लेकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

फुटेज के अनुसार इस घटना के बाद प्रात: काल जब सुखमन्द्र सिंह सिपाही को पता लगा तो उसने बाहर जाकर इंस्पैक्टर नरेंद्र सिंह को फोन किया जिस पर नरेंद्र सिंह मुंशी दर्शन सिंह और सिपाही सुखमन्द्र सिंह की सहायता से जसपाल की लाश को गाड़ी में डाल कर ले गए और कहीं जाकर खुर्द-वुर्द कर दिया। फुटेज में यह भी सामने आया कि पुलिस ने कैमरे पर कपड़ा डाल कर बैरक की दीवार पर लिखे गए आत्महत्या के नोट को भी साफ करवा दिया गया। बेशक पुलिस की तरफ से यह फुटेज मृतक के वारिसों को यह यकीन दिलाने के लिए दिखाई गई कि जसपाल सिंह की मौत लॉकअप में किसी किस्म की थर्ड डिग्री या मारपीट करने से नहीं हुई है परंतु मृतक जसपाल सिंह के वारिसों ने इस मामले में इंसाफ मिलने तक धरना जारी रखने की बात कही है। 

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