कंडम पंचायत घर में चल रही सरकारी सेहत डिस्पैंसरी, हो सकता है हादसा

punjabkesari.in Friday, Dec 07, 2018 - 01:15 PM (IST)

मुक्तसर साहिब (तनेजा): एक तरफ पंजाब सरकार और राजनैतिज्ञ यह कह रहे हैं कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शहरों जैसी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं जबकि दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की ओर से चलाए जा रहे संस्थानों का हाल बुरा है और खासकर कई विभागों की इमारतें गांवों में सरकार ने बनाकर ही नहीं दीं। सरकारी कर्मचारी पुरानी कंडम हुई धर्मशालाओं या पुराने पंचायत घरों में ही सामान रखकर अपना समय निकाल रहे हैं। ऐसी ही मिसाल मिलती है श्री मुक्तसर साहिब से वाया पन्नीवाला फत्ता अबोहर को जाने वाली सड़क पर पड़ते गांव चिब्बड़ांवाली से। यहां एक ही पुराने पंचायत घर में 3 विभागों के दफ्तर चलाए जा रहे हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार उक्त पुराने पंचायत घर में 3 कमरे हैं और इसकी इमारत भी बहुत पुरानी है। बरसात में इसके कमरों में पानी भर जाता है और उस समय कर्मचारियों से अंदर नहीं बैठा जाता। पता लगा है कि यहां लोगों के इलाज के लिए सेहत विभाग की ओर से सरकारी सब सैंटर चलाया जा रहा है जबकि पशुओं का इलाज करने के लिए यहीं सरकारी पशु डिस्पैंसरी है, जबकि पावरकॉम विभाग के कर्मचारियों ने भी यहीं अपना दफ्तर बनाया हुआ है। उल्लेखनीय है कि यहां अनेकों सुविधाओं की कमी है, यहां तक कि पीने वाला साफ पानी भी नहीं है। प्रशासन के उच्च अधिकारियों की ओर से इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है और पुरानी इमारत होने के कारण किसी समय भी कोई हादसा घटित हो सकता है।

सभी विभागों के लिए अलग-अलग इमारतें बनवाने की मांग 
यहां काम करने वाले कर्मचारी वैटर्नरी इंस्पैक्टर जसप्रीत सिंह, ए.एन.एम. अमरजीत कौर, ए.एन.एम. अमनदीप कौर और अन्य कर्मचारियों ने पंजाब सरकार से पुरजोर मांग की है कि गांव चिब्बड़ांवाली में उक्त सभी सरकारी विभागों की अलग-अलग आधुनिक सुविधाओं वाली सरकारी इमारतें बनाई जाएं।

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