डॉलर की चाहत युवाओं को फंसा रही एजैंटों के जाल में

punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2019 - 09:47 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): पंजाब के लोगों में विदेशों को जाने का रुझान सिर चढ़कर बोल रहा है। बहुत से लोगों में बस एक ही बात है कि वे एक बार किसी तरह विदेश पहुंच जाएं। लोग अपने देश की मिट्टी से मोह तोड़कर विदेशों को अपना रैन बसेरा बनाने पर तुले हुए हैं। विदेशी डॉलर की चाहत में युवा एजैंटों के जाल में फंसते जा रहे हैं । विदेश जाने की जल्दी में लोग ठग एजैंटों की चालों को नहीं समझ पाते और कुछ ही समय में लाखों रुपए एकत्रित करके एजैंटों को दे देते हैं। जिनका सही ढंग से वीजा लगता है, वे तो विदेशों को चले जाते हैं लेकिन जो ठग एजैंटों के झांसे में आ जाते हैं वे रोते रहते हैं। 

ऐसे ठग एजैंट विदेश भेजने के नाम पर लोगों के चक्कर लगवाते रहते हैं तथा न तो उन्हें विदेश भेजते हैं व न ही उनके पैसे वापस करते हैं। अंत में यह मामला पुलिस के पास पहुंचता है। राज्य भर के पुलिस थानों पर अगर नजर घुमाएं तो हर साल अनेक ऐसे ठगी वाले मामले दर्ज किए जाते हैं और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिला श्री मुक्तसर साहिब की पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में 6-7 पर्चे ऐसे लोगों के खिलाफ दर्ज किए हैं, जिन्होंने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए वसूल किए हैं। लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठग टोलों में पुरुषों के साथ महिलाओं की संख्या काफी है। इस बात का अंदाजा पुलिस द्वारा दर्ज किए गए पर्चों से लगता है। इसके अलावा इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो अपने रिश्तेदारों या अपनी नजदीकी जान-पहचान वालों से विदेश भेजने के नाम पर पैसे लेकर ठगी मारते हैं।

जमीन, जायदाद व बहुत कुछ बिक गया
जिन लोगों से विदेश जाने के नाम पर ठगी होती है, उनमें कई तो दिल्ली, मुम्बई या अन्य बड़े शहरों से वापस आ जाते हैं। कई तो जल्दी आकर अपने गांव नहीं जाते व रिश्तेदारों में ही शर्म के मारे दिन काटते हैं। वहीं कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने अपने बच्चों या अन्य पारिवारिक सदस्यों को विदेश भेजने के लिए अपनी जमीनें, जायदाद, घर, खेती व अन्य कई कुछ बेच दिया है। आढ़तियों, साहूकारों व अन्य से ब्याज पर पैसे उठाए हैं।

कई घर बन गए हैं ‘वृद्धाश्रम
नौजवान पीढ़ी बड़ी संख्या में कनाड़ा, अमरीका, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड व अन्य देशों में जा चुकी है तथा अन्य जाने के लिए जल्दी में है। नौजवान लड़के-लड़कियां तो विदेश चले जाते हैं और इधर अनेक घरों में सिर्फ बुजुर्ग ही रह गए हैं। कहना गलत नहीं होगा कि पंजाब में कई घर ‘वृद्धाश्रम’ बन गए हैं। कुछ घरों के सभी पारिवारिक सदस्य ही बाहर चले गए हैं तो घरों को ताले लग गए हैं। 

Anjna