खारे पानी की मछली संबंधी खोज व सिखलाई के लिए श्री मुक्तसर साहिब में बनेगा केंद्र

punjabkesari.in Friday, Jun 01, 2018 - 02:05 PM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा, दर्दी): खारे पानियों में झींगा मछली पालने के तजुर्बों की सफलता से प्रेरित होकर जिले के किसानों ने पंजाब सरकार के मछली पालन विभाग के सहयोग से 2017-18 दौरान व्यापारिक स्तर पर झींगा मछली पालने की पहलकदमी की थी। इस संबंधी सिखलाई, मिट्टी, पानी की परख या किसी किस्म की और तकनीकी सलाह के लिए उनको सैंट्रल इंस्टीच्यूट आफ फिशरीज एजुकेशन मुंबई के हरियाणा के रोहतक जिले में बने क्षेत्रीय केंद्र में जाना पड़ता था।

लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार ने पंजाब के दक्षिण-पश्चिम जिलों के किसानों की इस मुश्किल को हल करने का फैसला किया है। इसलिए राज्य सरकार द्वारा जिले के गांव ईनाखेड़ा में 15 एकड़ 3 कनाल रकबे में प्रदर्शनी फार्म व सिखलाई केंद्र स्थापित किया जा रहा है। जिसके निर्माण के लिए 4.79 करोड़ रुपए की राशि सरकार ने जारी कर दी है। उक्त जानकारी जिले के उपायुक्त डा. सुमित जारंगल ने देते कहा कि केंद्र का निर्माण शुरू हो चुका है।

उन्होंने कहा कि इस केंद्र के बनने से श्री मुक्तसर साहिब के अलावा फाजिल्का, फिरोजपुर, फरीदकोट, बठिंडा व मानसा जिलों को लाभ होगा। श्री मुक्तसर साहिब जिले के किसानों ने झींगा पालने की शुरूआत की है तथा इसकी अंतर्राष्ट्रीय मंडी में बड़ी मांग है तथा किसानों को इससे बड़ा मुनाफा भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी-पश्चिमी जिलों मेंं सेम कारण हजारों एकड़ जमीन खेती के लिए योग्य नहीं है जबकि झींगा खारे पानी की मछली है जोकि इस इलाके की आॢथकता को प्रोत्साहन देने का काम कर रही है। 

बनाई जाएगी आधुनिक लैब 
इस इलाके में पहले झींगा पालने संबंधी सिखलाई के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं थी तथा इस केंद्र के बन जाने से किसानों को यहां ही सिखलाई मिल सकेगी। ए.डी.सी.डी.एच.एस. सरां ने बताया कि यहां इस केंद्र के निर्माण का काम पंचायती राज विभाग को दिया गया है। यहां न केवल प्रदर्शनी फार्म होगा जहां किसान झींगा पालन होता देख सकेंगे बल्कि यहां झींगा पालने संबंधी सिखलाई के अलावा इस संबंधी खोज कार्य भी होंगे तथा यहां एक आधुनिक लैब भी बनाई जा रही है जहां मछली व झींगा पालने के लिए मिट्टी, पानी की परख की व्यवस्था होगी। 

Anjna