कई कमियों के शिकार गांव बाम की ओर ध्यान दे सरकार

punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 01:28 PM (IST)

मुक्तसर साहिब (तनेजा): आजादी के 70 साल बीत जाने के बावजूद भी गांव बाम वासियों को अभी तक कोई सुख-सुविधा नहीं मिली जिस कारण गांव बाम इस समय अनेक कमियों और समस्याओं से जूझ रहा है। पिछले करीब 2 दशकों से उक्त गांव सेम की मार सह रहा है। कभी यहां सब से अधिक नरमे की फसल होती थी। गांव की जमीन का क्षेत्रफल लगभग 5200 एकड़ है परन्तु अब 2000 एकड़ के करीब जमीन सेम की मार में आ गई है और ऐसी जमीनों में फसलें कम होती हैं और किसानों का आर्थिक पक्ष से बेहद नुक्सान हो रहा है। यहां से गुजरती ड्रेन की सफाई भी महकमे की ओर से ठीक से नहीं की जाती है। जब बारिश होती है तो कई गांवों का बारिश का पानी इस ड्रेन में आ जाता है जिससे यहां की फसलें पानी में डूब जाती हैं। अरनीवाला की हद पर जो साइफन बना हुआ है वह भी बेहद तंग है और उसे बड़ा किए जाने की जरूरत है। गांव की ज्यादातर गलियां कच्ची हैं और नालियां नहीं बनी हैं। 

सभी गलियां पक्की बनाकर नालियां भी बनाई जाएं
लोगों की मांग है कि सभी गलियां पक्की बनाकर नालियां भी बनाई जाएं। इसी तरह गांव बामा से पाका, खुन्नन कलां और नंदगढ़ को जाने वाले रास्ते अभी कच्चे हैं जबकि इन रास्तों पर सड़कें बन जाएं तो इलाके भर के लोगों को यातायात में बड़ा फायदा हो सकता है। 

आर.ओ. सिस्टम बंद 
इस गांव में सरकार की ओर से लोगों को शुद्ध पानी देने के लिए जो आर.ओ. सिस्टम लगाया गया था वह भी बंद पड़ा है। शिक्षा पक्ष से भी हाल बुरा ही है और अभी तक यहां लड़कों के पढऩे के लिए सिर्फ पांचवीं तक ही स्कूल चल रहा है जबकि लड़कियों के लिए दसवीं क्लास तक स्कूल है। 

सेहत डिस्पैंसरी में स्टाफ तैनात किया जाए
गांव की पुरानी सराय जिसकी हालत बुरी है, में डिस्पैंसरी चलाई जा रही है जबकि गांव वासियों की मांग है कि यहां सेहत डिस्पैंसरी की नई इमारत बना कर सारा स्टाफ तैनात किया जाए। अनेक सुविधाओं से वंचित पड़े गांव बाम की तरफ पंजाब सरकार और जिला प्रशासन को तुरंत ध्यान देने की जरूरत है ताकि यहां के बाशिंदों को भी सभी सुविधाएं मिल सकें। 

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