3 साल पहले बेहतर सेवाएं देने वाला मलोट का सरकारी अस्पताल 37वें नंबर पर खिसका

punjabkesari.in Thursday, Jan 10, 2019 - 11:01 AM (IST)

मलोट(जुनेजा): पिछले 3 सालों में बुरे प्रबंधों और कमियों में हो रही वृद्धि के कारण मलोट का सरकारी अस्पताल पंजाब भर के सब डिवीजन स्तर के 41 अस्पतालों में से 37वें नंबर पर आया है जिस कारण आम शहर निवासियों, बुद्धिजीवी वर्ग और लोगों में भारी निराशा है। 3 साल पहले पंजाब में बेहतर कारगुजारी का सम्मान हासिल करने वाला यह अस्पताल 5वें नंबर पर रहा है।

उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत के तहत मिशन कायाकल्प के अंतर्गत जो सर्वे पंजाब भर के सरकारी अस्पतालों का किया गया है, उसमें अस्पतालों के रख-रखाव, पानी और शौचालय की स्वच्छता, बेकार मटीरियल के प्रबंध, स्वच्छता प्रोमोशन, सहयोगी सेवाओं और इन्फैक्शन कंट्रोल आदि पैरामीटर को आधार बनाकर विभिन्न स्तर पर टीमों द्वारा सर्वे किया जाता है। इसके साथ अस्पताल के प्रबंध, सरकारी स्कीमों, स्टाफ की कारगुजारी को कई पक्षों से परखा जाता है, जिसकी विभिन्न टीमों द्वारा सर्वे के बाद रिपोर्ट बनाई जाती है। इस बार सब डिवीजन स्तर पर 41 अस्पतालों में मलोट 37वें नंबर पर आया है।

2015-16 में मलोट को मिला था बढिय़ा सेवाओं का ईनाम 
उल्लेखनीय है कि 2015-16 में जिस मलोट अस्पताल को पंजाब में बेहतर सेवाओं का ईनाम मिला था, अब वह 3 सालों में गिरकर नीचे चला गया है। इस कारण एस.एम.ओ. व उसकी टीम की कारगुजारी सवालों के घेरे में आ गई है।

सब डिवीजन स्तर पर पीछे मलोट
उल्लेखनीय है कि इस बार जहां मिशन कायाकल्प में जिला स्तरीय अस्पतालों में मुक्तसर पहले 4 स्थानों पर आ गया है, वहीं सब डिवीजन स्तर पर गिद्दड़बाहा पहले नंबर पर आया है। दूसरी तरफ मलोट सब डिवीजन स्तर पर पीछे रहा है, वहीं इसके ब्लाक स्तर के 152 अस्पतालों में लम्बी 87वें नंबर, आलमवाला 147वें नंबर और सरावा बोदला 148वें नंबर पर रहा है।

Vaneet