लापरवाही : नाड़ को लगाई आग से राष्ट्रीय मार्गों के सैंकड़ों वृक्ष झुलसे

punjabkesari.in Thursday, May 30, 2019 - 09:10 AM (IST)

मलोट(जुनेजा): मलोट श्री मुक्तसर साहिब शाह मार्ग गांव औलख नजदीक एक किसान द्वारा गेहूं के नाड़ को आग लगाने कारण वन विभाग के क्षेत्रफल में दर्जनों वृक्ष झुलस गए।पत्रकारों ने देखा कि गांव औलख के आगे वन विभाग की निगरानी अधीन आते क्षेत्रफल में नीम, किक्कर, टाहली आदि वृक्ष बुरी तरह झुलस गए। 700-800 मीटर एरिए में आग लगने की इस घटना कारण जहां बड़ी संख्या में पेड़ जल गए, वहीं उन पर घोंसले बनाकर रहते पक्षियों के आशियाने जल गए और कई पक्षियों के भी मरने का अंदेशा है। \

इस घटना ने हरियाली के रखवाले वन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की लापरवाही वाली कारगुजारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।इस संबंधी जब वन रेंज अफसर कुलदीप सिंह सिद्धू को फोन करके इस मामले से अवगत करवाया गया तो उन्होंने कहा कि वह जल्दी ही ब्लाक अफसर व गार्ड को भेज रहे हैं। करीब एक घंटे के इंतजार के बाद जब मौके पर कोई नहीं आया तो पत्रकारों ने ब्लाक मलोट के अफसर हेमंत मल्ली के साथ बात की। उन्होंने कहा कि वह मुक्तसर साहिब में हैं तथा वापस आकर संबंधित किसान से पूछताछ करके बनती कार्रवाई करेंगे।  

वन विभाग ने आज तक सिर्फ 2 हजार जुर्माना वसूला
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार के मिशन घर-घर हरियाली के अंतर्गत करोड़ों रुपए खर्च कर लाखों पौधे मुफ्त बांटे गए तथा इनकी रखवाली के लिए भी करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जहां पिछली बार स्वयं वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने लंबी से यह मुहिम शुरू की, वहीं पता लगा है कि इस बार भी 3 लाख पौधे बांटे जा रहे हैं। दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की कथित लापरवाही कारण मलोट से फाजिल्का व मलोट से श्री मुक्तसर साहिब तक हजारों पेड़ इस साल आग की भेंट चढ़े हैं, परन्तु विभाग ने आज तक सिर्फ एक मामले में किसान से 2 हजार जुर्माना वसूला है। उधर बुद्धिजीवी वर्ग की मांग है कि वन विभाग के क्षेत्रफल में हजारों पेड़ झुलसने के मामले की जांच करवाकर जिम्मेदार अधिकारियों व किसानों विरुद्ध कार्रवाई की जाए।


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