गांव कौनीं के किसानों ने सरकारी हुक्मों की धज्जियां उड़ाकर लगाई पराली को आग

punjabkesari.in Wednesday, Oct 10, 2018 - 09:26 AM (IST)

सादिक(परमजीत): पंजाब सरकार द्वारा पराली को आग न लगाने के दिए गए हुक्मों और जिला प्रशासन फरीदकोट की ओर से पराली न जलाने के लिए किसानों से की गई अपीलों को फिजूल समझते हुए सादिक के गांव कौनीं के किसानों ने पराली को आग लगाई और एकजुटता का प्रकटावा किया। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के वर्करों ने भी किसानों का साथ दिया।

 इस मौके गुरसेवक सिंह खालसा, मेजर सिंह पूर्व सरपंच, इकाई प्रधान भजन सिंह और साथियों ने बताया कि पराली को आग लगाने संबंधी गांव निवासी गुरु घर में एकत्रित हुए और फैसला किया गया कि आज 2 किसानों हरनेक सिंह, सुखमन्द्र सिंह के खेतों में जाकर पराली को आग लगाई जाएगी और सप्ताह में 2 बार किसान एकत्रित होकर पराली को आग लगाएंगे। यदि जिला प्रशासन के किसी अधिकारी ने पराली के मामले को लेकर किसानों खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश की तो सारा गांव उक्त किसानों की हिमायत पर रहेगा और सख्त एक्शन लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि हम पराली को आग लगाकर बहादुरी नहीं कर रहे, परन्तु हमारी मजबूरी है क्योंकि इसका कोई बदल सरकार की तरफ से मुहैया नहीं करवाया जा रहा। सरकार किसानों को पराली को आग न लगाने के लिए कह रही है और 8000 नोडल अफसर नियुक्त करके किसानों को लाठी का जोर दिखा रही है, जबकि ग्रीन ट्रिब्यूनल के फैसले अनुसार किसानों को पराली के परिवर्तनी प्रबंध के लिए मुफ्त यंत्र दिए जाएं। यदि पराली को आग लगाने से रोकना है तो 200 प्रति क्विंटल या 10 हजार प्रति एकड़ बोनस दिया जाए। जब तक यह मांगें नहीं मानी जातीं पराली को आग लगाई जाती रहेगी। इस मौके पर जसविन्द्र सिंह पूर्व पंच, बलदेव सिंह, करोड़विन्द्र सिंह, जगजीत सिंह, सुरजीत सिंह व गांववासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


 

 
 

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