तस्वीरेंः 117 साल पुराने रेलवे स्टेशन को विभाग ने किया अनदेखा

punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2019 - 10:59 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): गांव भागसर में 1902 में रेलवे स्टेशन बनाया गया था परन्तु आज के समय में रेलवे विभाग उक्त स्टेशन को अनदेखा कर रहा है। लगभग 117 साल पुराने इस स्टेशन पर अनेक कमियां खटक रही हैं जिस कारण रेलगाड़ी से सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानियां हो रही हैं और रेलवे विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। गांववासी समाज सेवक जसवंत सिंह बराड़, परमजीत सिंह बराड़ सरपंच, नरिन्द्र सिंह बराड़, बबलजीत सिंह बराड़, सरवन सिंह बराड़, सर्बजीत सिंह धालीवाल, बेअंत सिंह बराड़, गुरमीत सिंह बराड़ आदि ने संयुक्त रूप से रेलवे विभाग के उच्चाधिकारियों से पुरजोर मांग की है कि उक्त रेलवे स्टेशन की ओर ध्यान दिया जाए और कमियों को दूर किया जाए।

टिकट घर का हाल हुआ बुरा, गोदाम बने खंडहर
स्टेशन के टिकट घर के कमरे का हाल बेहद बुरा है जिसमें कोई सुविधा नहीं है। फर्नीचर तो दूर यहां सिर्फ 2 कुर्सियां पड़ी हैं वे भी टूटी हैं। टिकटें काटने वाले मुलाजिम के लिए कोई अन्य कमरा नहीं है इसलिए इसी कमरे में एक चारपाई डाली हुई है। रेलवे स्टेशन के नजदीक गेहूं, चावल रखने के लिए जो गोदाम बनाए हुए थे वे खंडहर बने पड़े हैं और इनमें घास-फूस और पहाड़ी कीकर उगी पड़ी है। देखा जाए तो यह जगह गलत तत्वों का अड्डा बन सकती है और महिलाओं का यहां से गुजरना खतरे से खाली नहीं है।

दिल्ली की ओर जाने वाली रेलगाड़ी को यहां रुकवाने की उठी मांग
फाजिल्का से रात को 2 बजे दिल्ली को जाने वाली रेलगाड़ी इस स्टेशन से रात को करीब अढ़ाई बजे गुजरती है और वापसी पर रात समय ही 11-12 बजे आती है परन्तु यह रेलगाड़ी न जाते समय रुकती है और न ही आते समय जिस कारण लोगों को इस गाड़ी की सुविधा नहीं मिल पाती। लोगों की मांग है कि यह गाड़ी दोनों समय रोकी जाए और अन्य लंबी दूरी की रेलगाड़ियां भी इस रेलवे ट्रैक पर चलाई जाएं। इसके अलावा गंगानगर से वाया फाजिल्का, श्री मुक्तसर साहिब-बठिंडा को पैसेंजर रेलगाड़ी चलाने की भी लोगों ने मांग की है।

प्लेटफार्मों पर रहता है अंधेरा, शौचालय व पेयजल की खटकी कमी
सवारियों के लिए स्टेशन पर शौचालय न होना भी परेशानी का कारण है। गांव बड़ा होने के कारण काफी लोग यहां आते हैं और आस-पड़ोस गांवों की सवारियां भी आती हैं। इसके अलावा साफ पेयजल की भी बड़ी कमी यहां खटक रही है क्योंकि यहां 4 नल लगे हुए हैं जो खराब पड़े हैं। इसके साथ ही प्लेटफार्मों पर लाइटों की भी कमी है। रात में रोशनी की कमी के चलते यात्रियों को अंधेरे में ही रेलगाड़ी के डिब्बों पर चढ़ना-उतरना पड़ता है जिस कारण कभी भी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

प्लेटफार्म की ऊंचाई है कम, नहीं है बैठने के लिए कोई शैड
रेलवे स्टेशन पर जो प्लेटफार्म बनाया गया है वह बहुत नीचा है जिस कारण रेलगाड़ी और चढ़ते-उतरते समय सवारियों को बहुत कठिनाई आती है। बुजुर्गों और महिलाओं के लिए बहुत मुश्किल होती है। वैसे भी गाड़ी सिर्फ एक मिनट के लिए ही रुकती है। गाड़ी रुकने का समय बढ़ाया जाए और प्लेटफार्म को ऊंचा करके बनाया जाए। इसके अलावा सर्दी हो चाहे गर्मी सवारियों को बाहर खुली जगह में ही खड़ा होना पड़ता है क्योंकि स्टेशन पर सवारियों के बैठने के लिए शैड नहीं बनाया गया जबकि इसकी जरूरत है क्योंकि बारिश-आंधी में सवारियों को मुश्किल होती है।

जी.एम. उत्तर रेलवे का पंजाब दौरा आज
रेल मंत्रालय के उत्तर रेलवे के जनरल मैनेजर 6 दिसम्बर को एक दिवसीय पंजाब दौरे पर आएंगे। रेल सूत्रों के अनुसार उपरोक्त जनरल मैनेजर जैतो प्रात: 9 बजे, कोटकपूरा 10 बजे, मुक्तसर 11.45 बजे, फाजिल्का 1 बजे, गुरुहरसहाय 4 बजे पहुंचेंगे। इस दौरान जी.एम. उपरोक्त रेलवे स्टेशनों का वार्षिक निरीक्षण करेंगे। इस मौके पर जी.एम. मुसाफिर सुविधाओं व शिकायतों एवं मांगों आदि को लेकर लोगों की बातें सुनेंगे।

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Sunita sarangal