विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से हो रही धान के अप्रमाणित बीजों की बिक्री

punjabkesari.in Friday, May 11, 2018 - 03:20 PM (IST)

मलोट (जुनेजा): कैप्टन अमरेंद्र की सरकार द्वारा राज्य में अप्रमाणित बीजों, स्प्रे व खादों की बिक्री रोकने के दिए सख्त आदेशों के बावजूद भी श्री मुक्तसर साहिब, विशेषकर मलोट, गिद्दड़बाहा की मंडियों में धान की किस्म सी.आर. 212 की गैर कानूनी तौर पर बिक्री हो रही है।

इस संबंधी विभाग की कार्रवाई सिर्फ दिखावा साबित हो रही है जिस कारण किसानी से जुड़े लोगों में रोष है। इस संबंधी पंजाब किसान सभा के नेता सुरजीत सिंह मान व अलबेल सिंह ने प्रैस बयान जारी कर बताया कि धान की अप्रमाणिम किस्म सी.आर. 212 की बिक्री संबंधी मिली शिकायतों के बाद विभाग ने करीब 10 दिन पहला गिद्दड़बाहा की एक फर्म पर कार्रवाई का दावा किया था लेकिन विभाग की यह कार्रवाई मात्र दिखावा है। जिस कारण मलोट शहर सहित मंडियों में यह किस्म किसान सीड के नाम से धड़ल्ले से बेची जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि जहां यह किस्म यूनिवॢसटी या सरकार द्वारा प्रमाणित नहीं है, वहीं इसकी पैकिंग पर एक फर्म का नाम व गिद्दड़बाहा लिखा है जबकि इस पर किसी तरह का कोई संपर्क नंबर या ई-मेल आई.डी. नहीं है।

किसान नेताओं का कहना है कि दुकानदारों द्वारा 18-20 रुपए किलो वाले धान को 80 रुपए किलो बेचकर किसानों से लूट की जा रही है तथा विभागीय अधिकारी जानबूझ कर आंख मूंदे बैठे हैं। किसानों नेताओं ने मांग की कि बाजार में सरेआम की जा रही अप्रमाणित धान की किस्म की बिक्री बंद कर ठोस कार्रवाई की जाए। 

Anjna