एक परिवार में हुई 3 मौतें देख छलके हर आंख से आंसू

punjabkesari.in Saturday, Oct 13, 2018 - 01:27 PM (IST)

कोटईसे खां(गांधी, ग्रोवर, संजीव): जब पिता का हाथ सिर पर हो तो सारी दुनिया व दुनिया की हर वस्तु अपनी लगती है, लेकिन जब पिता का साया सिर से उठ जाए तो सब कुछ होते हुए भी सब वीरान लगता है, लेकिन कस्बा कोटईसे खां में नामी कालड़ा परिवार पर भगवान का कहर ऐसा टूटा कि 3 सुहाग भगवान के कहर नीचे आने कारण जहां बुजुर्ग माता-पिता अपने बुढ़ापे के सहारों से हमेशा के लिए वंचित हो गए, वहीं 6 बच्चों के सिर से उनके पिता का हाथ हमेशा के लिए उठ गया। 

रोजाना की तरह अपने पिता का काम से लौटने का इंतजार करती बच्चियों को क्या पता था कि उसका पिता इतनी दूर चले गया कि उसने अब कभी वापस नहीं आना। भगवान की पड़ी इस मार को देखकर गली व मोहल्ला ही नहीं पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया। चाचा-ताया के एक परिवार में हुई 3 भाइयों की मौत उपरांत एक साथ 3 चिताएं जलते देख हर किसी की आंख में आंसू गिरते देख हर एक का हृदय दहल गया।

2 भाइयों की सड़क हादसे में तथा एक की दिल का दौरा पडऩे से हुई मौत
जानकारी के अनुसार हरजिंद्र कालड़ा व मुकेश कालड़ा पुत्र चमन लाल कालड़ा की बुधवार रात्रि को धूड़कोट से दुकान बंद करके वापस आते समय भयानक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उनका अभी संस्कार भी नहीं हुआ था कि उनके चचेरे भाई प्रदीप कालड़ा पुत्र मनोहर लाल कालड़ा की वीरवार सुबह दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। 

बाजार रहे बंद, नहीं जला किसी के घर का चूल्हा
कस्बे में हुई मौतों कारण किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला तथा शोक तहत बाजार बंद रहा। हर एक का मन उदास व आंखें भरी हुई थीं तथा हर कोई 3 भाइयों की मुख्य बातों को याद कर रो रहा था।

6 मासूमों के सिर से उठा  पिता का साया
गौरतलब है कि हरजिंद्र कालड़ा अपने पीछे 2 बच्चे छोड़ गया जिनमें एक बेटी करीब 10 वर्ष तथा एक बेटा 17 वर्ष का है, जबकि मुकेश कालड़ा जिसकी अभी 4 वर्ष पहले शादी हुई थी अपने पीछे एक अढ़ाई वर्ष की बच्ची आस्था को छोड़ गया। भगवान में अटूट विश्वास रखने वाले परिवार की अढ़ाई वर्ष की आस्था को उम्र भर पिता के आने की उम्मीद रहेगी।  उधर प्रदीप कालड़ा अपने पीछे 2 लड़कियां व एक लड़का छोड़ गया है।

swetha