सीवरेज जाम की समस्या ने शहर निवासियों की नाक में किया दम

punjabkesari.in Thursday, Jun 28, 2018 - 12:26 PM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की पवित्र चरण स्पर्श प्राप्त ऐतिहासिक और पवित्र धरती के लोग गलियों और बाजारों में सीवरेज का गंदा पानी खड़ा रहने के कारण नारकीय जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं। सीवरेज के पानी की उचित निकासी न होने के कारण शहर की गलियों और सड़कों पर फैला गंदा पानी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत मुहिम को मुंह चिढ़ा रहा है।

भले ही इस शहर को लेकर प्रत्येक राजनीतिक पार्टी के नेताओं की ओर से समय-समय पर विकास के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं परन्तु कुछ समय जाम हुआ सीवरेज सिस्टम इन सभी दावों की हवा निकालता नजर आता है जिसकी जीती जागती मिसाल सहज ही स्थानीय मिट्ण लाल वाली गली, सदर बाजार, बिजली वाला कुआं और बावा संत सिंह रोड से मिलती है, जहां बिना बारिश से ही हर समय सीवरेज जाम रहने कारण सड़कों और गलियों में गंदा पानी भरा रहता है।

स्थानीय मिट्ण लाल गली निवासी अश्विनी आर्य और सदर बाजार के दुकानदार किशोर कुमार, मोहित परुथी, राकेश बांसल ने बताया कि गत लम्बे समय से गली और बाजार का सीवरेज सिस्टम जाम होने के कारण सीवरेज का सारा गंदा पानी गली/बाजार में भर जाता है जिसके चलते पूरी गली/बाजार बिना बारिश के ही छप्पड़ का रूप धारण कर लेते हैं। इस कारण यहां के निवासियों को तो भारी परेशानी का सामना करना ही पड़ता है बल्कि इस रास्ते पर आने-जाने वाले राहगीरों को भी इस गंदे पानी में से गुजर कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि यह गली मेन बाजार, हकीमों वाली गली, बैंक रोड और रेलवे स्टेशन को जाने के लिए सब से शार्टकट रास्ता है जिस कारण लोगों का इस गली में अक्सर ही आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने बताया कि गली/बाजार में जमा सीवरेज के इस गंदे पानी में से हर समय बदबू उठने के कारण जहां लोगों का अपने घर और दुकान पर बैठना मुश्किल हो गया है वहीं राहगीरोंं को भी यहां से अपना मुंह और नाक ढक कर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

दूसरी तरफ सड़क पर हर समय सीवरेज का गंदा पानी भरा रहने कारण बीमारियां फैलने का डर बना रहता है। उन्होंने बताया कि बारिश के दिनों में तो उनके लिए और भी नई मुसीबतें खड़ी हो जाती हैं क्योंकि पानी की उचित निकासी न होने के कारण बारिश का पानी घरों और दुकानों के अंदर दाखिल हो जाता है। 

Anjna