बहबलकलां गोलीकांड के दोषी चाहे राजनीतिज्ञ हों या फिर अफसर सजा दिला कर रहेंगे : खैहरा

punjabkesari.in Monday, Oct 15, 2018 - 08:17 AM (IST)

जैतो (सतविन्द्र): बरगाड़ी गोलीकांड में शहीद हुए भाई कृष्ण भगवान सिंह व बहबलकलां से शहीद भाई गुरजीत सिंह सरावां की तीसरी बरसी के मौके पर इंसाफ  मोर्चा की अगुवाई कर रहे सरबत  खालसा की ओर से जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड की रहनुमाई में शांतमयी श्रद्धांजलि समागम बरगाड़ी की दाना मंडी में करवाया गया। 

इस समारोह में जहां विदेशी संगत ने अपनी हाजिरी लगाई, वहीं समूचे उत्तरी भारत के प्रांतों से लगभग लाख से अधिक संगत इस समागम में पहुंची। आज समारोह में संगत रूपी जनसैलाब ने सरकार की नींद हराम करके रख दी है। शिअद (अ) के प्रधान सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि मैं चाहे गर्म हूं या शैतान पर आपका हूं। शहीद सिंह के परिवारों से हमदर्दी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक इन परिवारों को इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक कौम इनके साथ है। 

जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने कहा कि सिंहों का बहा यह खून व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। तख्त श्री दमदमा साहिब के सरबत खालसा की ओर से जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि शहीद कौम का सरमाया होते हैं। इंसाफ की प्राप्ति के लिए आज का इकट्ठ समूचे भाईचारे की एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि साऊथ हाल यू.के. के गुरुद्वारों के प्रबंधकों ने इंसाफ मोर्चे के हक में प्रस्ताव पास किए हैं। 

जब तक बरगाड़ी मोर्चे पर बैठी सिख संगत को इन्साफ नहीं मिलेगा, तब तक यह जंग जारी रहेगी। यह बात विपक्ष के पूर्व नेता सुखपाल खैहरा ने बरगाड़ी में भाई ध्यान सिंह के नेतृत्व में रखे गए किशन भगवान सिंह और गुरजीत सिंह के श्रद्धांजलि समारोह में कही। उन्होंने कहा कि यह जंग तब तक चलेगी जब तक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और बहबलकलां के दोषियों को सजा नहीं दी जाती। महीने पहले जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट कैप्टन अमरेंद्र सिंह को दी गई थी परन्तु उन्होंने कोई भी एक्शन नहीं लिया। उन्होंने कहा कि गोलीकांड में मारे गए नौजवानों के दोषी, चाहे वे राजनीतिज्ञ हों या फिर कोई अफसर, उनको सजा दिला कर रहेंगे। 

इस मौके पर खैहरा ने ‘दोषियों को गिरफ्तार करो, दोषियों को गिरफ्तार करो’ के नारे भी लगवाए। एस.जी.पी.सी. के चुनाव के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी और कैप्टन सरकार से जवाब मांगते हुए खैहरा ने कहा कि एस.जी.पी.सी. के चुनाव आज तक क्यों नहीं हो सके हैं। उन्होंने कहा कि एस.जी.पी.सी. हाऊस का कार्यकाल 2016 में खत्म हो चुका है और अधिक समय होने के बावजूद आज तक मतदान नहीं करवाया गया। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द एस.जी.पी.सी. के चुनाव करवाए जाएं।

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