तेज रफ्तार दौड़ रहे ओवरलोड वाहन बन रहे हादसों का कारण, कई बने मौत का ग्रास

punjabkesari.in Monday, Apr 23, 2018 - 03:36 PM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): पंजाब का भले ही मालवा क्षेत्र हो, चाहे माझा या दोआबा, कहीं भी ट्रैफिक नियमों की पूरी तरह पालना नहीं की जा रही, जिस कारण सड़कों पर नित्य प्रति हादसे घटते हैं, जिस कारण कई लोगों की मौत हो जाती है। उक्त बढ़ रहे हादसों का कारण ट्रैफिक नियमों की पालना न करना ही है परन्तु सब अपनी-अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। ज्यादातर हादसे सड़कों पर चल रहे ओवरलोड वाहनों के कारण ही घटते हैं परन्तु इसके बावजूद कानून के रखवाले कानून की सही पालना नही करते।

सड़कों पर दिन में ही ओवरलोड वाहन तेज रफ्तार से दौड़ते हैं और ये ओवरलोड वाहन सरकार और कानून के डंडे की परवाह नहीं करते जिस कारण बेहद कीमती जानें जा रही हैं। यदि कानून का डंडा सख्त हो तो गलती करने की किसी की भी हिम्मत नहीं पड़ती परन्तु यहां तो ट्रैफिक नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जिसकी और किसी अधिकारी का ध्यान नहीं जा रहा है। इस अति गंभीर मामले को लेकर पंजाब केसरी की तरफ से इस सप्ताह की यह विशेष रिपोर्ट तैयार की गई है। 

मोटर व्हीकल एक्ट-2015 है लागू
पंजाब में भले ही मोटर व्हीकल एक्ट 2015 लागू है। उक्त एक्ट अधीन यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है परन्तु फिर भी ट्रैफिक पुलिस की तरफ से सख्ती नहीं की जा रही। जितने कसूरवार ओवरलोड वाहन चलाने वाले लोग हैं, उतना ही कसूरवार हमारा प्रशासन भी है। सड़कों पर दिखाई देते हैं और ऐसे वाहनों के जल्द ब्रेक भी नहीं लगते और चालक के कंट्रोल से भी बाहर हो जाते हैं। इसके अलावा ज्यादा भरे हुए वाहनों के कारण सड़कें टूटतीं हैं। 

ओवरलोड वाहनों से होती हैं हजारों मौतें
सड़कों पर चल रहे ओवरलोड वाहनों के कारण दिन-प्रतिदिन दुर्घटनाएं घटती हैं और अब तक अनेक लोग बिना किसी कारण मौत का ग्रास बन चुके हैं, जबकि बहुत से लोग घायल भी हुए हैं। राज्य भर में सड़क हादसों दौरान हर रोज 5 हजार के करीब लोगों की मौत होती है और 20 हजार के लगभग लोग जख्मी होते हैं। इनमें से अनेकों मौतें ओवरलोड वाहनों के कारण होती हैं। 

Anjna