6 दिनों से बंद है गांव भागसर का जलघर, लोग परेशान

punjabkesari.in Friday, Aug 24, 2018 - 11:54 AM (IST)

मुक्तसर साहिब (तनेजा): इस क्षेत्र के सब से बड़े गांव भागसर जिसकी आबादी लगभग 12 हजार है, का मुख्य जलघर पिछले 6 दिनों से बंद है और गांव के बाशिंदों को जलघर की टूटियों का पानी नहीं मिल रहा जिस कारण वे बेहद परेशान हैं। 

थोड़े समय में ही तीसरी बार जल चुकी है मोटर 
गांव भागसर के जलघर की जो पानी उठाने वाली मेन बिजली वाली मोटर है, वह थोड़े समय में तीसरी बार जल चुकी है और जब मोटर जल जाती है तो फिर कई-कई दिन जलघर बंद ही रहता है। गांव वालों ने जलघर को बनाने वाले ठेकेदार पर आरोप लगाया कि उसने घटिया क्वालिटी वाली मोटरें यहां लगा दीं हैं, जो जल जाती हैं।

 ठेकेदार को नई मोटर रखने को कहा :जे.ई.
जल सप्लाई और सैनीटेशन विभाग के जे.ई. बलजीत सिंह के साथ जब पिछले 6 दिनों से बंद पड़े भागसर के जलघर बारे बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंनेठेकेदार को दफ्तर में बुलाया था और नई मोटर रखने बारे कहा है। इससे पहले भी जब मोटर 2 बार जली थी तो गांव वालों ने ही बनवाई थी। अब भी ठेकेदार पहले तो यह कहता था कि साल हो गया है अब मैं क्या करूं परन्तु फिर भी नई मोटर ठेकेदार के पास से ही रखवाएंगे। उल्लेखनीय है कि गांव भागसर विधानसभा हलका मलोट रिजर्व में आता है और इस हलके के विधायक कांग्रेस के अजायब सिंह भट्टी हैं, जो इस समय विधानसभा पंजाब के डिप्टी स्पीकर हैं और उनके हाथ में पूरी ताकत है परन्तु इसके बावजूद भी लोग पानी से परेशान हो रहे हैं। 

ठेकेदार नहीं उठा रहा फोन 
मौके पर एकत्रित बड़ी संख्या में लोगों ने बताया कि जब संबंधित ठेकेदार को टैलीफोन करते हैं तो वह फोन ही नहीं उठाता। पानी बंद हुए कई-कई दिन गुजर जाते हैं। वहीं जब गांव की सरपंच गुरमेल कौर, उनके पति पूर्व मैंबर मन्द्र सिंह, पंचायत मैंबर महेंद्र सिंह ङ्क्षछदी और मैंबर राजबीर सिंह बराड़ के साथ इस बंद पड़े जलघर बारे बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि गांव वासी ही परेशान हैं, ठेकेदार को जलघर में पूरा सामान बढिय़ा क्वालिटी का लगाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वह पूरा मामला प्रशासन के ध्यान में लाएंगे।

गांव निवासियों ने दी चेतावनी 
आज बड़ी संख्या में गांव के लोग जलघर में पहुंचे और ठेकेदार के अलावा संबंधित विभाग और प्रशासन खिलाफ रोष प्रदर्शन करके जोरदार नारेबाजी की। मौके पर मौजूद किसान नेता गुरांदित्ता सिंह, मास्टर कुलबीर सिंह, गुरजंट सिंह बराड़, बलकरन सिंह बराड़, डा. दर्शन सिंह, जगदेव सिंह, मेजर सिंह, गरीब दास, सुखमंदर सिंह, गुरचरन सिंह, बिन्दरपाल सिंह, सुखदेव सिंह, जस्सा सिंह, सतनाम सिंह और महिंद्र सिंह आदि ने सख्त चेतावनी देते कहा कि यदि तुरंत प्रशासन ने मसला हल न किया तो जल सप्लाई और सैनीटेशन विभाग व डिप्टी कमिश्नर दफ्तर को घेरा जाएगा। 

गांव में धरती निचला पानी नहीं है पीने योग्य
उक्त गांव के ज्यादातर क्षेत्र में धरती निचला पानी पीने के योग्य नहीं है और उसमें हानिकारक तत्व हैं। यह पानी किसी भी प्रयोग में नहीं आता। न स्नान के काम आता है, न कपड़े धोए जाते हैं और न ही पशु पीते हैं। ज्यादातर लोग जलघर की टूटियों के पानी पर ही निर्भर हैं। जिले के डी.सी. व अन्य उच्चाधिकारियों को अनदेखे किए हुए इस गांव की तुरंत जाकर सुध लेनी चाहिए व गांव वासियों के दुख-दर्द को समझना चाहिए। जिस ठेकेदार ने करोड़ों रुपए सरकार से लेकर यह जलघर बनाया है, उसकी भी पूछ-पड़ताल करनी चाहिए ताकि सरकारी पैसा बर्बाद न हो व लोगों तक सभी सुविधाएं पहुंचें।

टूटियों के एक हजार हैं कनैक्शन 
उक्त मेन जलघर के साथ संबंधित पानी छोडऩे के लिए 7-8 वाल लगाए हुए हैं। जलघर के कर्मचारी रघुनाथ ने बताया कि टूटियों के करीब एक हजार कनैक्शन हैं, उन्होंने माना कि मोटर कई बार जली है। डिग्गियों में भी पानी नहीं है साफ जब मौके पर जाकर जलघर की पानी वाली डिग्गियां देखी गईं तो पता लगा कि इन डिग्गियों में पानी साफ नहीं था। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि जब सवा साल पहले 5 करोड़ रुपए खर्च कर यह जलघर बनाया गया था तो तब कहा यही गया था कि यह जलघर आधुनिक सुविधाओं वाला है। आर.ओ. वाला शुद्ध पानी पीने के लिए लोगों को मिलेगा परन्तु जो पानी साफ करने के लिए दो फिल्टर लगाए गए हैं, वे सही ढंग के साथ पानी को साफ नहीं कर रहे क्योंकि ये फिल्टर भी अच्छी क्वालिटी के नहीं लगाए गए।  
 

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