मंदी के चलते बासमती के गिरे भाव, किसानों में भारी निराशा

punjabkesari.in Monday, Nov 04, 2019 - 03:54 PM (IST)

जलालाबाद(सेतिया): धान के चालू सीजन दौरान जहां किसानों को भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बासमती के लगातार गिर रहे दाम के चलते राइस मिलर भी पूरी तरह चिंतित हैं क्योंकि सीजन की शुरूआत में ही 1509 धान की खरीद करने वाले राइस मिलर कुछ दिनों में घाटे की ओर बढ़ गए हैं। हालांकि भविष्य में सीजन किस ओर जाएगा अभी कहना मुश्किल है।

जानकारी के अनुसार शहर व आस-पास मंडियों में शुरूआती दौर में 1509 धान की किस्म 2500 से 2700 रुपए प्रति क्विंटल बिकी थी और बासमती 3100 रुपए प्रति क्विंटल बिकी थी लेकिन जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ रहा है चावल का भाव लगातार गिर रहा है और चावल का भाव गिरने से बासमती के भाव में भी गिरावट आनी शुरू हो गई है। इस समय बासमती 1121 का भाव 2500 से 2600 रुपए प्रति क्विंटल रह गया है। ऐसी स्थिति में जिन राइस मिलरों ने प्रथम चरण में 1509 या बासमती 1121 की खरीद की है वे काफी घाटे में हैं। अनाज मंडी में बैठे किसानों ने चिंता व्यक्त की कि हर रोज धान के भाव गिर रहे हैं और झाड़ भी कम निकल रहा है जिस कारण उन्हें काफी आर्थिक नुक्सान हो चुका है और आढ़तियों से जो उन्होंने कर्ज लिया था वह भी अब इस सीजन में उतारना संभव नहीं होगा। इसके अतिरिक्त ठेके पर जमीन लेने वाले किसान बहुत ज्यादा निराश हैं। किसानों ने बताया कि केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह चावल के भाव बढ़ाने के लिए जो भी संभव नीति बन सकती है उसे लागू करे। जिस तरह परमल धान का समर्थन मूल्य निर्धारित है उसी तरह 1509 और 1121, मुश्छल पैडी का भाव भी निर्धारित किया जाए।किसान धान का झाड़ कम व दाम गिरने से चौतरफा घिर गया है जिस कारण आढ़तियों की करोड़ों रुपए की उगाही भी रुक जाएगी।


राइस मिलरों के लिए ये सीजन भी काफी घातक 
शहर के कुछ राइस मिलरों से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि  राइस मिलरों के लिए ये सीजन भी काफी घातक है क्योंकि आए दिन चावल के भाव गिर रहे हैं, जबकि राइस मिलरों ने पहले जो पैडी स्टॉक की थी तब धान के भाव काफी ऊंचे थे और चावल का भाव भी पैडी के मुताबिक ठीक थी लेकिन अब 1509 और बासमती 1121 दोनों का भाव काफी गिर गया है। पहले के मुकाबले करीब 500 रुपए प्रति क्विंटल चावल का भाव गिरा है। 


पहले चावल ईरान के लिए एक्सपोर्ट होता था
राइस मिलरों ने बताया कि पहले चावल ईरान के लिए एक्सपोर्ट होता था लेकिन भारत सरकार द्वारा इस देश के साथ कच्चे तेल को लेकर व्यापार न खुलने के कारण ईरान ने चावल लेना बंद कर दिया है और अब पाकिस्तान से चावल मंगवा रहा है और जो धान मंडियों में &500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रही है वे अब 2400 से 2500 रुपए तक बिक रही है।    

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