हलवाईयों, डेयरी संचालकों को खाने-पीने वाली चीजें बेचने पर सिविल सर्जन ने दी चेतावनी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 04:29 PM (IST)

जलालाबाद(सेतिया,सुमित): तंदरुस्त मिशन पंजाब का मकसद जहां लोगों को अच्छी खाने-पीने की चीजें मुहैया करवाना है। परन्तु सरकार के इस मिशन में खुद राजनीतिक नुमाइंदे ही रुकावट बन रहे हैं। यह विचार जिला फाजिल्का के सिविल सर्जन डा. दलेर सिंह मुल्तानी ने गत दिवस लाला जगत नारायण जी के बलिदान दिवस पर प्रतिनिधि पंजाब केसरी हरीश सेतिया के साथ बातचीत करते हुए प्रकट किए। उन्होंने कहा कि जो बाजार में आम लोग घरों में दूध का प्रयोग कर रहे हैं वह दूध नहीं बल्कि सफेद जहर है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी संबंधित विभाग सख्ती करता है तो दूसरी तरफ राजनीतिक और अन्य संगठनें सिफारिशें कार्यवाही में रुकावट बन जाती हैं।

डा. मुल्तानी को मीडिया की ओर से पूछा गया कि जलालाबाद में पिछले लम्बे समय से खाने-पीने और खास कर दूध पनीर की सैंपलिंग नहीं हुई है और ना ही मसालों की चैकिंग हो रही है तो उन्होंने कहा कि मिलावटी चीजों पर नकेल डालने के लिए पहले राजनीतिक जिम्मेदार लोगों को सिफारिशें बंद करनी पड़ेंगी क्योंकि जब कोई भी मौके का अफसर इस कार्यवाही को अंजाम देता है तो राजनीतिक ताकत रखने वाले लोग इन अफसरों को मौके पर ही दबा देते हैं। 

उन्होंने कहा कि दूध, पनीर, और दूध से बनने वाली चीजों के 5 सैंपल भरे गए थे परन्तु एक राजनीतिक व्यक्ति की सिफारिश आई कि इसको छोड़ दिया जाए परन्तु मैंने बिल्कुल इस बात का जवाब दिया कि खाने-पीने की चीजों में मिलावट करने वालों को नहीं माफ करूंगा और वह सैंपल लैब को भेजे हैं। उन्होंने आम लोगों को जागरूक करते कहा कि वर्तमान समय मिठाईयों में रंग की इस्तेमाल हो रहा है जो कि सेहत के लिए हानिकारक है और दूध का इस्तेमाल करने से पहले लोगों को उसकी गुणवता का जरूर ध्यान करना चाहिए क्योंकि कम रेट में मिला दूध आपकी सेहत के साथ ही खिलवाड़ करेेगा और जो दूध आप इस्तेमाल कर रहे हो वह एक सफेद जहर है। 

उन्होंने दूध विक्रेताओं, डेयरी संचालकों, हलवाईयों और दुकानदारों को चेतावनी दी कि वह इन चीजों में मिलावट और रंग डालना छोड़ दें नहीं तो इसके अंजाम उनको भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि लोग मिलावटी चीजें प्रति जागरूक हों ताकि इसका इस्तेमाल बंद हो सके और लोग बीमारियों का शिकार ना हों। इस मौके प्रिंसीपल सुभाष सिंह, हरीश सेतिया, नन्नू कुक्कड, डा. शिव छाबड़ा, दविंदर कुक्कड, सन्दीप कुमार, मनीष कुमार, लैक्चरार पवन अरोड़ा और अन्य मौजूद थे।


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Vaneet

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