भारी बारिश पडऩे और भाखड़ा डैम से अधिक पानी छोडऩे के सम्मुख डीसी ने बुलाई हंगामी मीटिंग

punjabkesari.in Saturday, Aug 17, 2019 - 05:27 PM (IST)

जलालाबाद(सेतिया): मौसम विभाग की ओर से राज्य में अगले दो-तीन दिन भारी बारिश पडऩे की चेतावनी और भाखड़ा डैम से अधिक पानी छोडऩे के सम्मुख फाजिल्का के डीसी मनप्रीत सिंह छत्तवाल ने बचाव कामों संबंधी जिले में किए गए प्रबंध यकीनी बनाने के लिए आज समूचे सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ हंगामी मीटिंग की और अधिकारियों समेत दरिया व दूसरे जल स्रोतों नजदीक रहते लोगों को दिन-रात सचेत रहने के लिए कहा। जिला प्रबंधकी कांपलैक्स में मीटिंग की अध्यक्षता करते छत्तवाल ने अधिकारियों को 24 घंटे मोबाइल चालू रखने के निर्देश दिए और कहा कि अधिकारी संभावी बाढ़ों के साथ प्रभावित होने वाले क्षेत्रों नजदीक रहते लोगों के साथ निरंतर तालमेल बनाई रखें ताकि किसी अनहोनी स्थिति के साथ तुरंत निपटा जा सके।
 
डीसी ने सतलुज दरिया, बीकानेर नहर और अन्य संवेदनशील जल स्रोतों के किनारे और निचले इलाकों में रहते लोगों को इतना नजदीक न जाने की सलाह देते कहा कि पहाड़ी इलाके में भारी बारिश होने के बाद भाखड़ा डैम में पानी का स्तर बढ़ जाने कारण आज सुबह तक 36,500 क्यूसिक अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा मौसम विभाग की तरफ से आने वाले 72 घंटों में राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। उन्होंनेे कहा कि इसके मद्देनजर दरियाओं, नहरों और जल स्रोतों में पानी का स्तर बढ़ जाने कारण निचले इलाकों में खतरा बढ़ जाता है। इसलिए लोगों को जल स्रोतों के नजदीक नहीं जाना चाहिए और पूरी तरह सावधान रहना चाहिए।छत्तवाल ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से पहले से ही सारी स्थिति पर नजर रखी जा रही है और प्रशासन किसी भी स्थिति के साथ निपटने के लिए तैयार है। डीसी ने कहा कि समूह अधिकारियों को किसी भी हंगामी स्थिति के साथ पूरी मुस्तैदी के साथ निपटने की हिदायतें जारी की गई हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह किसी भी तरह के डर में न आएं क्योंकि प्रशासन हर वक्त उनकी मदद के लिए तैयार है।

उन्होंने बताया कि सिविल प्रशासन का जिला स्तरीय बाढ़ कंट्रोल रूम नंबर 01638-262153 पुलिस विभाग का कंट्रोल रूम नंबर 01638-262800 और 85588-00900 है। इसी तरह तहसील स्तर पर दफ्तर उप मंडल मजिस्ट्रेट में और सेहत, पुलिस, बिजली बोर्ड और वाटर सप्लाई विभाग में बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किए जा चुके हैं, जो 24 घंटे चालू हैं। उन्होंने समूह एस.डी.एम को कहा कि ज्यादा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पहले ही पहचान यकीनी बनाई जाए। उन्होंने पुलिस विभाग को हिदायत की कि गांव महातम नगर से लेकर कावांवाली तक बुर्जियां 17,22,26 और 27 के बांध नजदीक चौकियां स्थापित करने के साथ-साथ वायरलैस संचार यंत्र मुहैया करवाने यकीनी बनाए जाए।
 
उन्होंने कार्यकारी इंजीनियर ड्रेनज विभाग को हिदायत दी कि जिले अधीन आती नहरों और ड्रेनों की साफ-सफाई यकीनी बना ली जाए। उन्होंने आदेश दिए कि सेहत विभाग के अधिकारी बाढ़ की स्थिति दौरान राहत केन्द्रों में डाक्टरी टीमें, वाटर सप्लाई विभाग के अधिकारी पीने वाला साफ-पानी, पशु पालन विभाग के अधिकारी पशुओं के लिए हरे चारों, दूरसंचार विभाग के अधिकारी संचार सेवाओं, बिजली विभाग निर्विघ्न सप्लाई और आर.टी.ए. विभाग के अधिकारी वाहनों का प्रबंध यकीनी बना लें। इसके अलावा उन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए गोताखोरों की पहले की पहचान करने के लिए भी कहा।

मीटिंग दौरान एस.डी.एम. फाजिल्का सुभाष खटक, एस.डी.एम. अबोहर मैडम पूनम सिंह, एस.डी.एम. जलालाबाद केशव गोयल, ऐस.पी. (नारकोटिकस) जगदीश बिशनोई, कार्यसाधक अफसर फाजिल्का रजनीश कुमार, शिक्षा विभाग से डिप्टी डी.ई.ओ. प्रदीप खनगवाल सीमा सुरक्षा बल से डिप्टी कमांडैंट जतिंदर कुमार, डिप्टी कमांडैंट लकमी चंद बेनीवाल, सहायक कमांडैंट राकेश रंजन, इंस्पेक्टर प्रिंस कुमार नामदेव के अलावा अलग-अलग विभागों के अधिकारी और नुमाइंदे मौजूद थे।
 

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