वार आन ड्रग मुहिम के अंतर्गत आयोजित सैमीनार को सफल बनाने में नाकाम रहा प्रशासन

punjabkesari.in Monday, Mar 19, 2018 - 03:11 PM (IST)

जलालाबाद (सेतिया): पंजाब सरकार की तरफ से नशो के खिलाफ शुरू की मुहिम बार आन ड्रग के अंतर्गत आज स्थानीय हरकृष्ण रिजोर्ट में सैमीनार का आयोजन किया गया। इस मौके एसडीएम पिरथी सिंह, डीएसपी अमरजीत सिंह के अलावा कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे। सैमीनार दौरान शहर के अलग -अलग मोहल्लों और गांवों से लोग सैमीनार में भाग लेने के लिए के लिए पहुंचे परन्तु दूसरी तरफ सैमीनार दौरान जिला पुलिस अधिकारी और जिला डिप्टी कमिशनर के न पहुंचने कारण लोगों में काफी निराशा आलम रहा। 

 

इस संबंधित जब मौके पर मौजूद आधिकारियों को जिला पुलिस और प्रशासन के आधिकारियों की गैर मौजुदगी बारे पूछने की कोशिश की गई तो किसी भी अधिकारी ने इस संबंधित स्पष्ट जवाब नहीं दिया और पुलिस की तरफ से यह कहा गया यह सैमीनार एसडीएम कार्यालय की तरफ से है जबकि एसडीएम कार्यालय  के कर्मचारियों का कहना है कि यह प्रोगराम पुलिस प्रशासन की तरफ से फार्म भरे जाने का रखा गया है। 


इस मौके एसडीएम पिरथी सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से नौजवान पीढ़ी को नशे से दूर करने और दूसरे नौजवानों को इस मुहिम में खुद शामिल करने के लिए वार आन ड्रग मुहिम की शुरुआत की गई है। इस के अंतर्गत आज के सैमीनार दौरान करीब 1200 लोगों के फार्म भरे गए हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को वालंटियर का नाम दिया जायेगा और यह वालंटियर अपने आशा -पास नशा बेचने वालों खिलाफ पुलिस को सूचित करेंगे और नौजवानों को भी नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे। 


इस मौके जब कांग्रेस पार्टी के सूबा प्रवक्ता राज बख्श कंबोज के साथ सैमीनार दौरान लोगों की समूलियत कम होने संबंधित पूछा गया तो उन्होंने लोकल पुलिस और प्रशाशन की नाकामी को बयान करते कहा कि प्रशासन की तरफ से उन को भी सैमीनार संबंधित सूचित नहीं किया गया और आम पब्लिक के साथ किस तरह बताया होगा। उन कहा कि प्रशासन की जिम्मेवारी बनती है कि जो मुहिम पंजाब सरकार की तरफ से चलाई गई है उसको सफल बनाने के लिए हर तरह प्रयास करें परन्तु यदि आम पब्लिक को ही दरकिनार किया जाने लगा तो फिर किस तरह लोग इस मुहिम के साथ जुड़ पाएंगे। 


इस संबंधित जब पंजाब बुद्धिजीवी सेल सेल के सूबा चेयरमैन अनीश सिडाना के साथ बातचीत की गई तो उन कहा कि बार अगेंस्ट ड्रग मुहिम को फरवरी महीनो में शुरू किया गया था और इस के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की तरफ से अपनी फेसबुक पर  पोस्ट किया गया था कि आम पब्लिक के सहयोग से आधार इस नशो की जड़ को खत्म नहीं किया जा सकता और साथ ही सरकार की तरफ से नौजवानों को नशे से दूर रहने के लिए डोपो मुहिम की शुरुआत की गई है जिस में आम लोगों नं बतौर वालंटियर लिया जा रहा है ताकि वह नशे से दूर रहने और दूसरे को भी नशे से दूर रखने के लिए प्रेरित करन सकें। 


यहाँ बताने योग्य है कि सरकार की इस डोपो मुहिम को सफल बनाने का जिंमा पुलिस और प्रशासन के सिर रखा गया है परन्तु जलालाबाद हलके अंदर राजनैतिक खींचतान और प्रशासन की कहीं न कहीं नाकामी सामने आ रही है क्योंकि आज के सैमीनार के दौरान लगाईं गई कुर्सियों आधी खाली पाई गई और जब जिला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सैमीनार दौरान नहीं पहुँचे तो लोगों ने सैमीनार में उठना शुरू कर दिया। यदि सीधे तौर पर कहा जाये कि प्रशासन इस सैमीनार को सफल बनाने में कामयाब नहीं रहा तो कहना गलत नहीं होगा।  

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