कई सालों से बरसाती पानी की मार झेल रहे बोघेवाला के किसान

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 04:24 PM (IST)

जीरा(अकालियांवाला): जीरा तहसील का आखिरी गांव बोघेवाला जो मोगा जिले की तहसील धर्मकोट के साथ लगता है, यहां हर वर्ष बरसात के मौसम में किसानों की 40 एकड़ फसल पानी की भेंट चढ़ जाती है। इस संबंधी पीड़ित किसान सरकार के पास हर साल एकत्रित होकर जाते हैं लेकिन सुनवाई नहीं होती।

गत दिन हुई भारी बरसात ने इस गांव के किसानों का लगाया हुआ धान पूरी तरह से डुबो दिया। पीड़ित किसानों नंबरदार अजीत सिंह बोघेवाला, त्रिलोक सिंह, चानन सिंह, डोगर सिंह, सूबा सिंह आदि ने कहा कि गांव अमरगढ़ बानियां से गुजरते इस नाले पर कुछ लोगों द्वारा पिछले कई सालों से अवैध कब्जे किए हुए हैं जिसके हल के लिए वे प्रशासन के आगे गिड़गिड़ा चुके हैं लेकिन सुनवाई बिल्कुल भी नहीं हुई। प्रभावित किसानों ने कहा कि तहसील धर्मकोट के गांवों का पानी सीधा हमारी जमीनों पर मार करता है। पानी का निकास न होने के कारण हमारी फसल डूब जाती है। पीड़ित किसानों ने कहा कि धर्मकोट तहसील के गांव कादरवाल, मंदर से आती कादरवाला ड्रेन का निकास सही तरीके से करवाया जाए ताकि हम पानी की मार से बच सकें।

 

ग्रांट आने के बावजूद नहीं बना नाला
किसानों ने कहा कि यह मार पिछले कई सालों से ऐसे ही चल रही है। पीड़ित किसानों ने यह भी कहा कि नाले को बनाने के लिए पंचायत को ग्रांट भी आई थी लेकिन हमारा फिर भी नाला नहीं बनाया गया। किसानों ने मांग की कि आई ग्रांट कहां प्रयोग की गई, यह भी स्पष्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक अवैध कब्जों को सेमनाले से नहीं हटाया जाता तब तक यह समस्या हल होनी संभव नहीं है। किसानों ने कहा कि  हरा चारा भी खराब हो चुका है जिससे हमारा सहायक धंधा भी प्रभावित होगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि सेम नाले पर जो अवैध काबे हैं, उनको तुरंत हटाया जाए तथा नाले की सफाई की जाए।

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