आजादी के 71 वर्ष बाद भी समय की सरकारों ने फिरोजपुर में नहीं लगाया कोई बड़ा उद्योग

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 12:05 PM (IST)

फिरोजपुर(कुमार): भारत-पाक सरहद पर बसा सीमावर्ती शहर फिरोजपुर आजादी के 71 वर्षों बाद भी समय-समय की केन्द्र की सरकारों की ओर से पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है और केन्द्र सरकार द्वारा फिरोजपुर की ओर विशेष ध्यान न दिए जाने के कारण आज भी फिरोजपुर आर्थिक तौर पर पिछड़ कर रह गया है। श्री अमृतसर साहिब भारत-पाक सरहद पर बसा हुआ शहर है मगर केन्द्र की सत्ता में रही सरकारों ने श्री अमृतसर साहिब की ओर विशेष ध्यान दिया, जिस कारण वाघा बॉर्डर भी खुला हुआ है और वहां रोजगार के ढेरों साधन हैं।   

फिरोजपुर शहर व छावनी के बाजार अक्सर खाली रहते हैं 
फिरोजपुर शहर व्यापार मंडल के सीनियर उपप्रधान सतपाल सिंह बजाज, विजय तुली, खुशविंदर चावला, रिपन सहगल और जॉनी हांडा आदि ने बताया कि फिरोजपुर के बाजार अक्सर खाली रहते हैं और दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं। उन्होंने बताया कि फिरोजपुर में बड़े उद्योग न लगने तथा केन्द्र की सरकारों द्वारा फिरोजपुर को सुविधाओं के क्षेत्र में नजरअंदाज करने के कारण यहां व्यापार पूरी तरह से ठप्प हो गया है और दुकानदार भारी आॢथक तंगी का शिकार हैं। उन्होंने कहा कि हुसैनीवाला बॉर्डर पर शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और शहीद बी.के. दत्त के शहीदी स्मारक हैं और फिरोजपुर का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि अगर हमारी केन्द्र सरकार फिरोजपुर की ओर भी श्री अमृतसर साहिब की तरह ध्यान देती और यहां कोई बड़े उद्योग स्थापित करती तो आज फिरोजपुर भी श्री अमृतसर साहिब शहर की तरह विकसित होना था। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण फिरोजपुर आर्थिक तौर पर पिछड़ा है। फिरोजपुर को हर साल बाढ़ का खतरा बना रहता है और 1965 तथा 1971 की भारत-पाक जंग में फिरोजपुर का बहुत बड़ा नुक्सान हुआ है। फिरोजपुर के व्यापारियों को केन्द्र सरकार की ओर से आयकर व सेल टैक्स में विशेष छूट दी जानी चाहिए। उन्होंने मांग की कि बिना वजह व्यापारियों को सरकार द्वारा तंग नहीं किया जाना चाहिए और व्यापारियों की समस्याओं का सरकार को पूरा ध्यान रखना चाहिए। 

हुसैनीवाला भारत-पाक बॉर्डर जल्दी खोला जाए:  हांडा
फिरोजपुर शहर के व्यापारी प्रधान चंद्रमोहन हांडा ने कहा कि फिरोजपुर में केन्द्र की सरकार शहीदों के नाम पर बड़े प्रोजैक्ट स्थापित करे और लोगों को रोजगार के लिए साधन उपलब्ध करवाए। फिरोजपुर में भारत-पाक हुसैनीवाला बॉर्डर जल्द से जल्द खोला जाए, ताकि फिरोजपुर के रास्ते दोनों देशों के बीच व्यापार हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को फिरोजपुर हुसैनीवाला भारत-पाक बॉर्डर खोलने की ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और बड़े स्तर पर फिरोजपुर में प्रोजैक्ट स्थापित किए जाने चाहिएं, ताकि यहां के बेरोजगारों को रोजगार मिल सके और फिरोजपुर की आर्थिकता मजबूत हो सके।

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल की तरह केन्द्र सरकार पंजाब को भी सुविधाएं प्रदान करे 
फिरोजपुर शहर रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान रोटेरियन जैनेंद्र गोयल जुगनू ने केन्द्र की मोदी सरकार से मांग की है कि फिरोजपुर शहर सहित पूरे पंजाब को भी जम्मू-कश्मीर और हिमाचल की तरह सुविधाओं में राहत दी जाए और अन्य कारोबार स्थापित करने के लिए बड़े स्तर पर राहत दी जाए, ताकि पूरे देशभर से लोग फिरोजपुर आकर बड़े प्रोजैक्ट स्थापित कर सकें। उन्होंने कहा कि पंजाब ने भी बहुत लंबे समय तक आतंकवाद का संताप झेला है और अब जब पंजाब में शांति और आपसी भाईचारे का माहौल है ऐसे में केन्द्र सरकार को चाहिए कि पंजाब को भी विशेष पैकेज दे और उद्योग स्थापित करने में बड़े स्तर पर राहत दी जाए।  

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