सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस आज भी बिना रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर रही है दौड़

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 12:37 PM (IST)

अबोहर: ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए स्थानीय सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस आज भी बिना रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर दौड़ रही है जबकि इस संबंधी कई बार एम्बुलैंस के चालक द्वारा जिला उपायुक्त को भी शिकायत भेजी जा चुकी है। ट्रांसपोर्ट अधिकारियों को भी इस संबंधी जानकारी दी जा चुकी है लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। 

एम्बुलैंस चालक सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि 2017 में सरकारी अस्पताल में नई एम्बुलैंस आई थी। गाड़ी के बिल व पूर्ण कागजी कार्रवाई करते हुए उसने जिला उपायुक्त कॉम्पलैक्स फाजिल्का में बनी मान्यता प्राप्त ऑनलाइन फीस भरने वाली एक कम्पनी को फाइल दी थी और 5000 रुपए फीस भी दी थी। चालक सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि उपरोक्त कम्पनी ने वायदा किया था कि अब उनकी रजिस्ट्रेशन वह 1 माह में बनवाकर दे देगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि वह इस दौरान कई बार फाजिल्का में उसके पास चक्कर लगा चुका है लेकिन अभी तक उसकी रजिस्ट्रेशन नहीं बनी जिस कारण उसे मजबूरन बिना रजिस्ट्रेशन के एम्बुलैंस चलानी पड़ रही है।  चालक अनुसार आज भी उसने उक्त कम्पनी के मालिक से बात की लेकिन उसका जवाब था कि वह उसे फाइल दे देगा, तुम अपने आप रजिस्ट्रेशन फिरोजपुर से बनवा लेना। उसने बताया कि इस संबंधी उसने जिला उपायुक्त व ट्रांसपोर्ट अधिकारी को भी शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।

सुखविन्द्र सिंह ने कहा कि अगर अब वह कम्पनी उसे फाइल देती है तो उसे लेट फीस भी भरनी पड़ेगी जबकि उसने सारी फीस उसे दे रखी है। सुखविन्द्र सिंह ने कहा कि जल्द वह इस मामले को लेकर सरकारी अस्पताल की प्रभारी डा. अमिता चौधरी से मिलकर मामला जिला उपायुक्त तक पहुंचाएंगे ताकि उक्त कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके। उधर, इस संबंधी कम्पनी संचालक से बात करने पर उसने कहा कि वह पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान था और ऑफिस में नहीं आ पाया था। अब वह ऑफिस में आ गया है और जल्द फाइल चालक को दे दी जाएगी।जब इस बारे सिविल अस्पताल की प्रभारी डा. अमिता चौधरी से बात करने का प्रयास किया गया तो पता चला कि वह बीमार होने के कारण अवकाश पर है। तत्पश्चात अतिरिक्त प्रभारी डा. सुधीर पाठक से बात की गई तो उन्होंने एम्बुलैंस चालक की बातों को सही बताते हुए कहा कि एम्बुलैंस के डीजल के बिल भी पैंङ्क्षडग पड़े हैं। अगर एम्बुलैंस के साथ कोई घटना घट जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। 

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