Online कर्फ्यू पास बनवाना लोगों के लिए बना जी का जंजाल

punjabkesari.in Wednesday, Apr 08, 2020 - 03:08 PM (IST)

फिरोजपुर (परमजीत): कोराेना वायरस से जहां पूरे देश में लॉक डाऊन व कर्फ्यू लगा हुआ है, वहीं सरकार ने लॉक डाऊन का पालन करवाने एवं सोशल डिस्टैंसिंग को कायम रखते हेतु कर्फ्यू में पास प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया तहत आपको अपना आधार कार्ड, मोबाइल नंबर एवं दूसरे जरूरी कागजात घर बैठे ऑनलाइन विभाग की साइट पर अपलोड करने पड़ते हैं।

इस संपूर्ण प्रक्रिया से गुजरने के बाद आपको आपकी एप्लीकेशन स्वीकृति का संदेश प्राप्त होता है परंतु यह देखा गया है कि उपरोक्त एप में रजिस्टर्ड होने के बाद कई घंटों तक कोई मैसेज नहीं आता और अंत में एक मैसेज आता है कि आपकी एप्लीकेशन रिजैक्ट हो गई है। विभाग द्वारा इसका कोई कारण भी नहीं बताया जाता। यहां पर यह बताना भी जरूरी है कि प्रशासन द्वारा किसी भी पास के मैनुअल आवेदन को स्वीकार नहीं किया जाएगा का आदेश है। वहीं सरकार की हिदायतों के अनुसार किसी को भीमैनुअल पास बनाकर नहीं दिया जाएगा।

आवेदनों का तत्काल निपटारा के निर्देश हुए हवा
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 पूरी प्रक्रिया को पंजाब केसरी प्रतिनिधि ने भी अपने मोबाइल से संपूर्ण कागजात जमा करवाकर ऑनलाइन पास के लिए अप्लाई किया परंतु करीब 4 घंटे के बाद आवेदन रिजैक्ट होने का मैसेज रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त हुआ। इसी तरह का आवेदन अगले दिन फिर किया गया परंतु काफी समय बाद वही मैसेज दोबारा प्राप्त हो गया कि आपका आवेदन रिजैक्ट हो गया है। यहां पर यह बताना जरूरी है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकार ने लोगों को राशन व अन्य जरुरी सामान की सप्लाई देने के लिए स्पैशल इंतजाम किए गए हैं परंतु सरकार की यह ऑनलाइन पास बनाने की सुविधा लोगों के लिए जी का जंजाल बन रही है। डिप्टी कमिश्नर ने इस एप के जरिए पास के लिए आवेदनों का तत्काल निपटारा करने के निर्देश दिए हैं परंतु यह सुविधा इस्तेमाल करने वालों का कहना है कि यह निर्देश भी हवा हो रहे हैं क्योंकि उनको 3 से 4 घंटे बाद रिजैक्ट का मैसेज आ जाता है।

किसानों को फसल संभाल के लिए मैनुअल पास किए जाएं जारी
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 मुश्किल घड़ी में किसानों ने सरकार से अपील की कि ऑनलाइन पास की सुविधा को जल्द से जल्द सुचारू रूप से शुरू किया जाए क्योंकि फसल पक चुकी है एवं किसान को फसल की कटाई, संभाल एवं मंडियों तक ले जाने के लिए बाहर निकलना पड़ेगा। अगर ऑनलाइन पास देने में कोई दिक्कत आ रही है तो किसानों को जल्द मैनुअल पास जारी किए जाएं ताकि वे अपनी फसल को संभाल सकें। वहीं गौर करने याेग्य है कि जब पढ़े लिखे लोगों को पास बनवाने में इतनी परेशानी हो रही है तो ग्रामीणों को सरकार का यह प्रयास कैसे रास आएगा, क्योंकि अधिकतर ग्रामीण पढ़े लिखे नहीं होते है और न हीं उनके पास एंड्रोड फोन होता है।

ऑनलाइन पास के लिए लगाई है 5 अधिकारियों की ड्यूटी
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 संबंधी जब डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पास प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिले के 5 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिनमें असिस्टैंट कमिश्नर (शिकायतें), 3 तहसीलदार एवं 1 नायब तहसीलदार है। उन्होंने बताया कि कोवा एप का संचालन चंडीगढ़ से ही हो रहा है। यह पूरी प्रक्रिया पंजाब सरकार की देखरेख में चल रही है परंतु इस प्रक्रिया को जिला स्तर पर डिप्टी कमिश्नर को सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि पास जारी करने की कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है बल्कि पास को पूर्व एहतियात बरतकर ही जारी किया जा रहा है ताकि किसी को भी कोई असुविधा न हो एवं साथ ही इस खतरनाक वायरस को फैलने से भी रोका जा सके।

 


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