पुलिस पर राजनीतिक दबाव में काम करने व कार्रवाई आगे न बढ़ाने का आरोप

punjabkesari.in Sunday, Mar 24, 2019 - 12:39 PM (IST)

अबोहर: लगभग 2 वर्ष पूर्व अबोहर-मलोट राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित ढाणी ठाकर सिंह में हुई एन.आर.आई. बलकरण सिंह भुल्लर की हत्या के मामले को लेकर मृतक के भाई बलजीत सिंह ने पुलिस पर कथित रूप से राजनीतिक दबाव में काम करने और कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाने के आरोप लगाए हैं। प्रैस कॉन्फ्रैंस में बलजीत सिंह ने बताया कि 19 अक्तूबर 2017 की सुबह उसके भाई बलकरण सिंह भुल्लर की सैर को निकलते समय उसके घर के बाहर ही गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में थाना सदर में मुकद्दमा नंबर 97 धारा 302, 382,148,149, 120बी और आम्र्स एक्ट 25, 54, 59 के तहत दर्ज किया गया था।

इस संबंध में उन्होंने समरवीर सिंह उर्फ सैमी, कुलवीर सिंह पुत्रान हरवीर सिंह निवासी सूरज नगरी अबोहर, गुरनेक सिंह उर्फ रिप्पी, गुरतेसर सिंह पुत्र गुरनेक सिंह निवासी अजीमगढ़ व एक अज्ञात पर शंका जाहिर की थी। पुलिस ने आरोपियों पर केस भी दर्ज किया और इनमें से कुछ पुलिस हिरासत में भी हैं, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। बलजीत सिंह ने बताया कि उसके बाद से लेकर आज तक वह इंसाफ के लिए अदालतों और थानों के चक्कर लगा रहा है। उसने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपियों को पकडऩे की बजाय उनके ही लोगों को नाजायज हिरासत में लेकर उन्हें प्रताडि़त किया। बलजीत सिंह के मुताबिक अदालत से गुहार लगाने पर माननीय पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशों पर एक एस.आई.टी. का गठन किया गया।

एस.आई.टी. में राजिंद्र कुमार पुलिस उपकप्तान इंवैस्टीगेशन कपूरथला, हरिंद्र सिंह पुलिस उपकप्तान इन्वैस्टीगेशन मोगा व दीपक पारिक, ए.डी.सी.पी. स्थानक व सुरक्षा लुधियाना ने जांच की और हरमनजीत सिंह पुत्र जगजीत सिंह निवासी गुरदेव नगर लुधियाना, गुरतेश्वर सिंह पुत्र गुरनेक सिंह, गुरनेक सिंह पुत्र गुरदास सिंह निवासी डिस्पैंसरी वाली गली अजीमगढ़, अबोहर के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करने के साथ-साथ अदालत में चलान पेश करने की सिफारिश की थी, परंतु अभी तक पुलिस द्वारा इस मामले में चालान पेश नहीं किया गया। बलजीत सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस कथित रूप से राजनैतिक या बड़े अफसरों के दबाव में काम कर रही है। जिसके चलते ही पुलिस द्वारा चालान पेश नहीं किया जा रहा। इस कारण उन्हें इंसाफ मिलने में देरी हो रही है।

बलजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए और गवाह के बयान भी कलमबद्ध किए हैं। यही नहीं, अब आरोपियों द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही हैं। बलजीत के मुताबिक उसे अपनी जान का खतरा है, इसलिए उसे पर्याप्त सुरक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह इंसाफ के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा फिर से खटाखटाएंगे और आरोपी पुलिस कर्मचारियों, अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।

Anjna