प्रधानमंत्री आवास योजना: पक्के मकान बनाने के चक्कर में घर से बेघर हुए गरीब लोग

punjabkesari.in Friday, Oct 12, 2018 - 03:42 PM (IST)

ममदोट(संजीव): पिछले करीब अढ़ाई महीनों से नगर-पंचायत ममदोट में कार्यकारीकी कुर्सी खाली होने के बाद प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत बन रहे पक्के मकानों का काम बीच में लटका पड़ा है। 

नए ई.ओ. की तैनाती न होने के कारण सभी दफ्तरी कार्य ठप्प होकर रह गए हैं और केंद्र-सरकार की तरफ से मिलने वाली आर्थिक सहायता की आगे वाली किस्त जारी न होने से लोग ‘सांप के मुंह में छिपकली’ वाली स्थिति का अहसास कर रहे हैं क्योंकि नया पक्का मकान बनाने की योजना के अंतर्गत अपना पुराना रैन-बसेरा भी तोड़ कर बैठे हैं। अस्थायी तौर पर प्लास्टिक की तिरपाल से झुग्गी बना कर बैठे गरीब लोगों को ई.ओ. की खाली कुर्सी, संबंधित जे.ई. का 2 हफ्ते तक चक्कर न लगना, लटकी किस्तें और नींवों तक रुके निर्माण की प्रक्रिया इस तरह ही जारी रहने का डर सता रहा है कि सर्दियों के मौसम में कहां सिर छिपा कर बैठेंगे? 

दूसरी तरफ ई.ओ. की तैनाती न होने से पिछले अढ़ाई महीनों से दफ्तर में काम करने वाले बाबुओं और सफाई सेवकों को वेतन नहीं मिल रहा है क्योंकि अधिकारी के दस्तख्त लाजमी हैं। त्यौहारी दिनों में वेतन से वंचित मुलाजिम भी मायूसी के आलम में हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता के लिए इंतजार कर रहे लाभपात्र बलकार सिंह पुत्र सज्जन सिंह निवासी वार्ड नं. 10, ममदोट घाटी समेत अनेक गांववासियों ने बताया कि साल 2017 में फार्म भरे थे जिसके पास होने के बाद हमें नींव भरने के लिए पुराने मकान खत्म करने पड़े और नींवों तक काम शुरू कर दिया गया। डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद हमें अभी तक एक भी किस्त नहीं आई और पहले बने मकानों से भी हाथ धो बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सॢदयों के मौसम और बरसाती दिनों में सिर छिपाने की ङ्क्षचता बढ़ रही है। जिला डिप्टी कमिश्नर बलविन्द्र सिंह धालीवाल ने कहा कि ई.ओ. ममदोट की बदली होने के कारण दफ्तरी काम में रुकावट को पहल के आधार पर जल्द ही दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नए ई.ओ. की नियुक्ति तक परिवर्तनी रूप में और अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा जिससे कस्बे के अधूरे और रुके कामों को पूरा किया जा सके।  

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