अगर बादल सरकार ध्यान देती तो हुसैनीवाला स्थित शहीद भगत सिंह के स्मारक नैशनल मॉनूमैंट्स होते

punjabkesari.in Saturday, Mar 23, 2019 - 01:30 PM (IST)

फिरोजपुर (कुमार): शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु व शहीद सुखदेव के हुसैनीवाला स्थित शहीदी स्मारकों, फिरोजपुर शहर के तूड़ी बाजार की बिल्डिंग में जहां शहीद भगत सिंह और उनके क्रांतिकारी साथी गुप्त मीटिंग किया करते थे, उस बिल्डिंग को, सारागढ़ी काम्पलैक्स को और एंग्लो-सिख वार के जंगी मैदान मुदकी, फेरुशहर और सभाओं को नैशनल मॉनूमैंट्स घोषित करवाने के लिए वर्ष 2002 में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार ने उस समय के सीनियर आई.ए.एस. अफसर कमिश्नर फिरोजपुर डिवीजन को जिम्मेदारी सौंपी थी और कुलबीर सिंह सिद्धू ने कड़ी मेहतन करके और भारत की हैरीटेज एवं कल्चरल अफेयर्ज डिपार्टमैंट की उच्च स्तरीय कमेटी को साथ लेकर इन ऐतिहासिक जगहों का सर्वे करवाकर उन्हें इन जगहों के महत्व संबंधी पूरा रिकार्ड सौंपा था।

 इस कमेटी के नेतृत्व कर रहे अधिकारी के.के. चक्रवती और उनके साथी अधिकारियों ने यह मान लिया था कि सच्च में यह ऐतिहासिक जगहें नैशनल मॉनूमैंट हैं, इस संबंधी वह जल्द सरकारी तौर पर घोषणा भी करवाएंगे, मगर कमिश्नर कुलबीर सिंह सिद्धू की वर्ष 2006 में रिटायरमैंट होने के बाद यह महत्वपूर्ण मामला ठंडे बस्ते में चला गया। उसके बाद 10 वर्ष तक पंजाब में बादल सरकार सत्ता में रही, जिसने अपने सत्ता काल में कभी भी इस मुद्दे को लेकर गंभीरता से नहीं सोचा और उसके बाद फिर से कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार को सत्ता में आए 2 वर्ष बीत गए हैं और अब की बार अभी तक उन्हें भी इस बात के बारे में सोचने संबंधी समय नहीं मिला। 

छोटे व  बड़े बादल साहिब का ध्यान गैर-जरूरी बातों की ओर रहा 
संपर्क करने पर फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर व फिरोजपुर डिवीजन के कमिश्नर रह चुके सेवामुक्त सीनियर आई.ए.एस. अफसर कुलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि केन्द्र का हैरीटेज एडं कल्चरल अफेयर मंत्रालय इस बात पर सहमत था कि फिरोजपुर के शहीदों से संबंधित यह ऐतिहासिक स्थल नैशनल मॉनूमैंट्स है और इस संबंधी केन्द्र सरकार की टीम की ओर से जारी किए गए पत्र आज भी सरकारी रिकार्ड में है। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अगर पंजाब की सत्ता में रही बादल सरकार का पिछले सत्ता के 10 वर्षों में इस तरफ ध्यान रहा होता तो आज यह ऐतिहासिक स्थल नैशनल मैनूमैंट्स घोषित हो चुके होने थे। उन्होंने कहा कि सत्ता के समय छोटे और बड़े बादल साहिब का ध्यान ही गैर-जरूरी बातों की ओर रहा है, जिसका खामियाजा आज पंजाब भुगत रहा है। उन्होंने अंदाज में सरकार को कोसते कुछ भूलोगे तुम, भूलेंगे वह, पर हम तुम्हारे रहेंगे सदा। उन्होंने कहा कि संसदीय चुनावों में ज्यादातर सियासतदान खुद को देशभक्त के रूप में पेश करते हैं और सत्ता में आते तथा चुनाव जीतने के बाद उनका असली चेहरा देखकर लोग दुखी होने लगते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, जिन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी थी, उनसे और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से अपील है कि वह फिरोजपुर के इन ऐतिहासिक स्थलों को नैशनल मॉनूमैंट्स घोषित करवाने के लिए तेजी से कार्रवाई शुरू करें। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को इस काम में बिना शर्त अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। 

तूड़ी बाजार की बिल्डिंग को म्यूजियम व लाइब्रेरी में बदला जाए 
रेलवे विभाग के अधिकारी और शहीद भगत सिंह क्रांतिकारी जीवन पर किताबें लिख चुकेराकेश कुमार ने कहा कि तूड़ी बाजार फिरोजपुर शहर की वह बिल्डिंग्स जिसमें शहीद भगत सिंह और उनके साथी गुप्त मीटिंग किया करते थे, उस बिल्डिंग को म्यूजियम या लाइब्रेरी में बदला जाए जहां लोगों कोक्रांतिकारियों के जीवन व कुर्बानियों संबंधी जानकारी मिल सके। 

 

 

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