अरुणाचल प्रदेश में आतंकियों के हमले में शहीद हुए सुखचैन सिंह का किया अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Tuesday, Dec 11, 2018 - 12:16 PM (IST)

फाजिल्का (नागपाल): अरुणाचल प्रदेश में आतंकियों के हमले में शहीद हुए सेना की 19 सिक्ख रैजीमैंट के लांस नायक सुखचैन सिंह का पार्थिव शरीर आज जब उनके पैतृक गांव फाजिल्का मलोट मार्ग पर यहां से 20 किलोमीटर दूर गांव इस्लामवाला में पहुंचा तो हर आंख नम थी। राजकीय व सैनिक सम्मान के साथ गांव के श्मशानघाट में सुखचैन सिंह का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के पार्थिव शरीर को मुखाग्रि उनके पिता धर्मजीत सिंह ने दी।


इस अवसर पर सांसद शेर सिंह घुबाया, ब्रिगेडियर गौरव शर्मा, फाजिल्का के एस.डी.एम. सुभाष चंद्र खटक, एस.पी. जसविन्द्र सिंह घारू तथा हजारों की संख्या में गांव वासी, सैनिक उपस्थित थे। अधिकारियों ने शहीद के शव पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद का शव वायु मार्ग से अमृतसर लाया गया, जहां से आज प्रात: उसका शव गांव लाया गया। जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव में पहुंचा तो शहीद सुखचैन सिंह अमर रहे के नारों से माहौल गुंजायमान हो उठा। इस दौरान भारतीय सैना की एक टुकड़ी ने हथियार उलटे कर शहीद को सलामी दी। शहीद सुखचैन सिंह के पार्थिव शरीर के घर पहुंचने पर दादा-दादी, माता-पिता, पत्नी किरनदीप कौर, इकलौती विवाहित बहन व अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।

गांववासियों ने बताया कि वह 45 दिनों की छुट्टी पर अपने घर आया हुआ था और गत 4 दिसम्बर को सेना की तरफ से आए संदेश में उसे छुट्टी से दो दिन पहले ही ड्यूटी पर बुला लिया था। उन्होंने बताया कि 8 माह के अपने बेटे को शहीद सुखचैन सिंह ने इन छुट्टियों पहली बार देखा था। शहीद के पिता धर्मजीत सिंह ने कहा कि उसके इकलौते बेटे ने देश की खातिर शहादत देकर उनका, उनके गांव, सेना का नाम रोशन किया है और उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। ब्रिगेडियर गौरव शर्मा ने कहा कि लांस नायक सुखचैन सिंह की शहादत पर सेना को नाज है। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार के साथ सेना हर समय खड़ी है। एस.डी.एम. सुभाष खटक ने कहा कि जिला प्रशासन शहीद परिवार की हर संभव मदद करेगा।

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