टिड्डी दल के अलर्ट पर पंजाब: कंट्रोल न हुआ तो कपास एवं फलों के बागों पर कहर बरपा सकते हैं टिड्डी दल

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2020 - 12:03 PM (IST)

फिरोजपुर(मल्होत्रा): गुजरात के बाद राजस्थान में कहर बरपा रहे टिड्डी दल को देखते हुए पंजाब में अलर्ट जारी कर दिया गया है और राज्य के हर जिले से रोजाना कृषि विभाग पंजाब को टिड्डी दल संबंधी रिपोर्ट भेजी जा रही है। चीफ एग्रीकल्चर अधिकारी डा. गुरमेल सिंह ने स्पष्ट किया कि फिलहाल पंजाब में टिड्डी दल जैसा कोई खतरा नहीं है लेकिन पंजाब के साथ लगते राजस्थान के श्रीगंगानगर में फसलों पर इसके हमले को देखते हुए निकट भविष्य में किसी खतरे की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

अढ़ाई हजार लोगों का एक साल का भोजन एक दिन में चट कर जाता है टिड्डी दल
मुख्यता फसलों को नुक्सान पहुंचाने वाले टिड्डी दलों पर नजर रखने के लिए काम कर रही लोकस्ट वार्निंग ऑर्गेनाइजेशन (टिड्डी दल चेतावनी संगठन) की रिपोर्ट अनुसार पिछले एक सप्ताह दौरान बीकानेर के खाजूवाला इलाके में 10 किलोमीटर लंबा टिड्डी दल पहुंचा है जिसमें करोड़ों की संख्या में टिड्डियां हैं। इस दल को खत्म करने के लिए ऑप्रेशन लगातार जारी है। संगठन की रिपोर्ट अनुसार भारत में पाए जाने वाले सभी टिड्डी दलों को खत्म कर दिया गया है लेकिन मौसम में नमी की मात्रा कम होने और हवा का रुख पश्चिम से पूर्व की ओर होने के कारण पाकिस्तान की ओर से बड़ी संख्या में टिड्डी दल भारत में प्रवेश कर रहे हैं। पाकिस्तान से आ रही गुलाबी टिड्डी व्यस्क रूप है जिसका काम सिर्फ खाना होता है और सामान्य टिड्डी दल एक दिन में अढ़ाई हजार लोगों के एक साल के खाने को चट कर सकता है। भारत में 26 साल के लंबे अंतराल के बाद टिड्डी दल आए हैं।

कंट्रोल के लिए प्रयास
टिड्डी दल को खत्म करने का एकमात्र तरीका इस पर पेस्टीसाइड का स्प्रे करना है। यू.एन.ओ. के खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा भारत के गुजरात एवं राजस्थान पर टिड्डी दल के होने वाले हमलों के दिए गए पूर्वानुमान अनुसार पिछले 7 माह में 2.30 लाख लीटर मैलोथीन पेस्टीसाइड का स्प्रे किया जा चुका है व नुक्सान को कम किया जा चुका है।


पंजाब क्यों अलर्ट पर
राजस्थान में इन दिनों बाजरे की फसल पक कर तैयार है और राजस्थान के साथ लगते पंजाब के अबोहर एवं फाजिल्का जिलों में इस समय कपास एवं फलों की फसल तैयार है। अगर इन इलाकों में टिड्डी दल का हमला होता है तो कंट्रोल न होने की हालत में यह टिड्डी दल कुछ दिनों में ही कपास और फलों के बागों को नष्ट कर आगे बढ़ सकते हैं जो अगले माह पंजाब में लाखों हैक्टेयर में तैयार होने जा रही गेहूं की फसल के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। पंजाब देश का अनाज भंडार है और यहां किसी प्रकार के फसली हमले का असर पूरे देश पर पड़ेगा। इसलिए केन्द्रीय खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा पंजाब पर पूरा फोक्स किया जा रहा है।


फिलहाल टिड्डी दल के हमले की कोई  सूचना नहीं 
चीफ एग्रीकल्चर ऑफिसर डा. गुरमेल सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टिड्डी दल के हमलों के मद्देनजर पंजाब एक माह से अलर्ट पर है और राज्य के हर जिले से रोजाना 2 बार इस संबंधी रिपोर्ट स्टेट हैडक्र्वाटर को भेजी जा रही है। फिलहाल पंजाब में टिड्डी दल के अटैक की कोई सूचना नहीं है लेकिन पंजाब के साथ लगते राजस्थान के जिला श्रीगंगानगर में टिड्डी दल के अटैक को देखते हुए आगामी समय में पंजाब में इसके अटैक से इन्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल का काम सिर्फ खाना होता है और यह हर किस्म की फसल, पेड़-पौधों को नष्ट कर देता है। पंजाब में इसके हमले की किसी भी संभावना के मद्देनजर कृषि विभाग द्वारा प्रबंध कर लिए गए हैं।

Vatika