गेहूं स्टॉक करने वाले स्थान पर हो रहे घपलों से ट्रक ऑप्रेटर परेशान

punjabkesari.in Wednesday, May 15, 2019 - 04:29 PM (IST)

फिरोजपुर(भुल्लर): गेहूं की ढुलाई को लेकर कई तरह के घपले सामने आ रहे हैं जिनमें बताया जा रहा है कि अलॉट किए गए कुछ स्थानों पर उनके जमीन मालिकों द्वारा किसानों से सीधी गेहूं की पहुंच करवाई जा रही है। नियमों की अनदेखी कर वहां गेहूं सरकारी एजैंसियों की बोरियों में भरी गई है। इस जगह पर स्टोर हुई गेहूं की ढुलाई किसानों ने खुद कर दी है परन्तु किराया सरकार से वसूला जाएगा। इसके अलावा कुछ शैलरों में मंडियों से गेहूं भर कर लेकर जाने वाले ट्रक ऑप्रेटर 3-3 दिन ट्रक खाली न होने के कारण विभागीय अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं।

एक गांव में ढुलाई करने वाले ट्रक ऑप्रेटरों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि इस जगह पर 8 किलोमीटर के घेरे में आती मंडियों की गेहूं पहल के आधार पर स्टोर की जानी है परन्तु दूर की मंडियों से आए ट्रक ऑप्रेटरों का पैसा ’यादा बनता है जो जल्दी ट्रक खाली करके ले जाते हैं और नजदीकी मंडियों से आने वाले ट्रक ऑप्रेटरों को परेशान किया जाता है। गेहूं लेकर आने वाले ट्रक ऑप्रेटरों से कांटे द्वारा भार तोल कर 100 से 300 रुपए तक वसूल किया जा रहा है जो नियमों के बिल्कुल विपरीत है। ट्रक ऑप्रेटर इसको सरेआम लूट बता रहे हैं। कुछ लोगों ने यह भी दावा किया कि 8 किलोमीटर के घेरे में आती मंडियां ही यहां गेहूं का स्टॉक पूरा कर सकती थीं परन्तु मिलीभगत तहत गांव टिब्बी और गांव वकीलां वाला की मंडियों को इसके साथ जोड़ा गया है। ये मंडियां बहुत दूर पड़ती हैं।

सरकार पर यहां दूर से गेहूं की ढुलाई का खर्च व अनावश्यक बोझ पड़ेगा। बताने योग्य है कि गांव वां स्थित स्टाक की जाने वाली गेहूं में हो रही अनियमितताओं संबंधी पिछले कई दिनों से चर्चा चल रही है। इस संबंधी ट्रक ऑप्रेटरों और इस जगह की मालकीयत वाले पक्ष द्वारा मार्कफैड के उ‘चाधिकारियों को शिकायत की गई थी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए गत दिवस मार्कफैड के जिला मैनेजर सचिन अरोड़ा ने कहा था कि हमारे पास शिकायत पहुंची है। हमारे अधिकारी जल्द इसका हल निकालेंगे परन्तु 24 घंटे बीत जाने के बाद भी ट्रक ऑप्रेटरों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। ढुलाई करने वाला पक्ष यह भी स्पष्ट कर रहा है कि यह जगह मार्कफैड के पास किराए पर है। जगह का मालिक इसमें कोई दखलअंदाजी नहीं कर सकता परन्तु फिर भी हमें बिना वजह परेशान किया जा रहा है। आज जब ताजा हालात संबंधी जिला मैनेजर से बात करने हेतु फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। 

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