जुगाड़ी रिक्शे पर माता-पिता को बिठा कर रोटी मांगने को मजबूर नौजवान युवती

punjabkesari.in Monday, Sep 10, 2018 - 11:50 AM (IST)

जलालाबाद(बंटी): सत्युग में जहां श्रवण कुमार ने अपने नेत्रहीन माता-पिता की चारधाम की यात्रा और दर्शन करने की इच्छा पर एक तकड़ी जैसी तैयार करके उनको उसमें बिठा कर चारधाम की यात्रा करवाई थी, वहीं आज कलियुग में बच्चे अपने माता-पिता को पानी तक नहीं पूछते हैं, लेकिन हाल ही में वायरल हुई एक वीडियो ने लोगों के रौंगटे खड़े कर दिए हैं। 

दरअसल बठिंडा जिले के गांव ढंडा वाला की एक नौजवान युवती जिसके 3 जवान भाई और एक बहन स्वर्ग सिधार चुके हैं और मां की टांग टूटी हुई है, पिता भी चलने में असमर्थ हैं और उनके घर में कमाने वाला कोई नहीं है। वह हर रोज एक जुगाड़ी वाहन पर अपने माता-पिता को खींच कर लोगों के घर अपने माता-पिता के इलाज, सहायता और 2 वक्त की रोटी मांगने जाती है। मौके पर लड़की ने बताया कि वह अपने माता-पिता को दो वक्त की रोटी देने के लिए घर-घर जाकर लोगों के आगे हाथ फैलाने को मजबूर है। लड़की की मां का मौके पर रो-रोकर बुरा हाल था। युवती ने बताया कि उसके घर की हालत बहुत ही दयनीय है और उनका कमाने वाला कोई नहीं है, जिसके चलते वह आज अपने माता-पिता के साथ दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। कभी-कभी तो उसको और उसके माता-पिता को रोटी भी नसीब नहीं होती है, जिसके चलते उन्हें भूखे सोना पड़ता है। 

उसने बताया कि आज तक कोई भी सरकार और प्रशासनिक अधिकारी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया है। उसने पंजाब सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि उसकी आर्थिक मदद की जाए ताकि वह भी सम्मान से जिंदगी जी सके। जिक्रयोग्य है कि भारत को आजाद हुए 71 साल हो गए हैं और किसी सरकार का भी इस परिवार की तरफ ध्यान नहीं गया। आज तक किसी सरकार ने उनकी सार नहीं ली, जो सरकार और देश के लिए बहुत ही शर्म की बात है। अब जरूरत है कि समय की सरकारों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस गरीब परिवार की सुध ली जाए और उनकी माली मदद करके उनको दो वक्त की रोटी दी जाए।

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