बहुकरोड़ी घोटाले में काबू आरोपी जितेन्द्र को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 01:27 PM (IST)

पठानकोट (शारदा): नगर सुधार ट्रस्ट पठानकोट के बहुकरोड़ी फर्जी विज्ञापनबाजी के चॢचत घोटाले में नामजद 6 आरोपियों में से काबू किए गए तीसरे आरोपी श्री साई एडवर्टाइजर के मालिक जितेन्द्र शर्मा निवासी बैकसाइड सुखसदन अस्पताल (पठानकोट) का 4 दिवस का रिमांड पूरा होने के बाद आज फिर से विजीलैंस की टीम ने उसे माननीय न्यायालय में पेश किया। 

वर्णनीय है कि काबू जितेन्द्र को रिमांड पर लेने के बाद विजीलैंस ने कई स्थानों पर उससे संबंधित मामले में गहनता से पूछताछ की। इसके बाद रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद काबू आरोपी को फिर से माननीय न्यायालय में पेश किया गया तथा पूछताछ हेतु 5 दिन के रिमांड हेतु एप्लीकेशन दी गई। जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान तथ्य सामने आया है कि इस घोटाले में बड़ी राशि का लेन-देन हुआ है। इसके लिए रिमांड के लिए इतना और समय चाहिए परन्तु न्यायालय ने दोनों पक्षों की बातचीत सुनने के बाद 3 दिन का और रिमांड दिया। अब जितेन्द्र को दूसरी रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद 20 जुलाई को न्यायालय में पेश किया जाएगा। 

विजीलैंस ने जमानत याचिका का किया डटकर विरोध 

विजीलैंस की दर्ज प्राथमिकी से यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि इस बहुकरोड़ी घोटाले को बढिय़ा ढंग से उजागर किया है तथा एक तार को दूसरी तार के साथ गंभीरता से जोड़कर तथ्य को एकत्रित किया गया है। अब उन तथ्यों व सबूतों को एकत्रित करने के लिए विजीलैंस ने यहां केवल जमानत याचिका का डटकर विरोध किया। वहीं हाईकोर्ट में विजीलैंस ने सभी तथ्यों को विस्तारपूर्वक रखा, जिसके चलते किसी भी आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका स्वीकार नहीं हो सकी तथा खारिज कर दी गई। इस मामले में लिप्त तत्कालीन सहायक ट्रस्ट इंजीनियर विपिन कुमार जिसे सबसे पहले काबू किया गया था, का भी 4 दिन का रिमांड लिया गया। इसके बाद अब जितेन्द्र शर्मा का पहले 4 दिन तथा अब 3 दिन का रिमांड लिया गया है। 

वहीं 6 में से 3 आरोपी विजीलैंस की गिरफ्त में आ चुके हैं तथा शेष 3 आरोपी एड एजैंसी के मालिक सुरेन्द्र महाजन, ट्रस्ट के क्लर्क/सुपरिंटैंडैंट विशाल शर्मा व ई.ओ. अरविन्द शर्मा के ऊपर भी पूरा दबाव बनाया हुआ है, कि वे शीघ्र अति शीघ्र विजीलैंस के सम्मुख पेश हों। लगभग 4 महीने का समय प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपियों का भागना वकीलों की नजर में भी समझदारी नहीं है। आरोपियों के लिए जांच में शामिल होना ही उनके लिए एकमात्र विकल्प बचता जा रहा है। 

जांच व पूछताछ के दौरान नए तथ्य सामने आए हैं: विजीलैंस डी.एस.पी.
वहीं इस संबंध में डी.एस.पी. विजीलैंस नवजोत सिंह ने कहा कि इस मामले में जांच व पूछताछ के दौरान कुछ नए तथ्य सामने आए हैं, जिसकी जांच के लिए न्यायालय से आरोपी जितेन्द्र का फिर से रिमांड मिला है। आरोपी जितेन्द्र को अब न्यायालय में 20 सितम्बर को पेश किया जाएगा। ऐसे में पूछताछ हेतु विजीलैंस के पास करीब 4 दिन हैं। जिस तथ्य की जांच करना चाहते हैं, उसे पूरा किया जाएगा।  

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