बुलेट मोटरसाइकिल सवार बजाते हैं पटाखे व प्रैशर हार्न

punjabkesari.in Monday, Jul 02, 2018 - 12:21 PM (IST)

पठानकोट(शारदा): मौजूदा परिप्रेक्ष्य में पर्यावरण के साथ अब ध्वनि प्रदूषण भी लोगों की चैन-सुकून छीनने लगा है। आज जब भागम-भाग वाली दिनचर्या में थका हारा इंसान दो वक्त चैन व रात्रि को नींद चाहता है। वहीं बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार मनचले युवक आम आदमी का जीना दुश्वार करने पर तुले हैं। बुलेट दोपहिया वाहनों पर सवार युवक बाजारों से गुजरते समय पटाखे बजाते हैं व प्रैशर हार्नों से राहगीरों विशेषकर बुजुर्गों व बच्चों के लिए आतंक का सबब बन जाते हैं।

हृदय रोगी बुजुर्गों के लिए तो बुलेट से मारने वाले पटाखों के लिए जान पर आ बनती है। बुलेट से पटाखे मारने से पैदा होने वाले ध्वनि प्रदूषण ने लोगों की नाक में दम करके रख दिया है और यह ध्वनि प्रदूषण मानवीय जिंदगियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक सिद्ध हो रहा है। शहर के कुछ लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा ध्वनि प्रदूषण, को रोकने हेतु प्रशासन की तरफ से सभी प्रबंध नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं।

कुछ लोग ट्रैक्टरों व अन्य वाहनों पर तेज आवाज में म्यूजिक चलाते हैं। ऐसे लोगों के प्रति पुलिस प्रशासन भी कार्रवाई करने में परहेज करता नजर आ रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे प्रैशर हार्न उनके स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो रहे हैं। इसका असर सीधा दिमाग व कानों पर पड़ता है। ऐसे में प्रैशर हार्न वाले वाहन ट्रैफिक नियमों की जहां अवहेलना है, वहीं लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ भी है। ऐसे में पुलिस का डंडा ‘ढीला’ होने के कारण मनचले बेखौफ हैं।

बुलेट मोटरसाइकिल से बजने वाले पटाखों से जनता सहमी
मार्गों पर बुलेट मोटरसाइकिल पर नियमों की धज्जियां उड़ाते युवा दिन-रात गलियों व मुख्य सड़कों पर घूमते हुए आम देखे जा सकते हैं। स्कूल व कालेज आदि की छुट्टी होते ही कालेज व स्कूलों के सामने बुलेट मोटरसाइकिल ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करते हुए युवा नजर आ जाते हैं। इनसे छूटने वाले पटाखे लोगों के दिल व दिमाग पर बुरा प्रभाव डालते हैं। बस यहीं नहीं कई बार तो बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार मनचले युवक दूसरे बाइक सवारों के पीछे एकदम जब बुलेट से पटाखा छोड़ते हैं तो नजदीक जा रहे बाकी वाहन चालक एकदम सहम जाते हैं तथा कई बार तो उनका वाहन असंतुलित भी हो जाता है तथा ये हादसों का शिकार हो जाते हैं, जबकि बुलेट सवार युवक इसके नजदीक से गुजर जाते हैं जो कि एक  गहरी ङ्क्षचता का विषय है।

चौपहिया वाहन बने डी.जे. सिस्टम
शहर के मैरिज पैलेसों में ही नहीं बल्कि शहर में खुलेआम चौपहिया वाहनों पर भी डी.जे. सिस्टम लगवाए जा रहे हैं, जिनमें तेज आवाज में सरेआम अश्लीलता भरे गाने बजाय जाते हैं। इनकी आवाज इतनी तेज होती है कि उनके आसपास कुछ सुनाई नहीं देता। जिस प्रकार शादी में डी.जे. बजाया जाता है, उससे भी तेज आवाज में दिन-रात चौपहिया वाहनों पर डी.जे. सिस्टम बजाया जाना आम बात होकर रह गई है। युवा पीढ़ी भारतीय सभ्यता को भूलती जा रही है, जिसको अगर समय रहते न रोका गया तो आगामी समय में परिणाम गंभीर भुगतने पड़ सकते हैं। 

प्रैशर हार्न लोगों के लिए बने जी का जंजाल
जिले के मुख्य मार्गों के साथ-साथ अन्य सड़कों पर भी भारी वाहनों में प्रयोग होने वाले प्रैशर हार्न भी छोटे वाहन चालकों व दुकानदारों के साथ लोगों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। छोटे वाहन चालक अपने वाहनों पर सवार होकर जाते हैं तो पीछे से बेलगाम दौड़ते आने वाले वाहनों के हार्न की इतनी तेज आवाज होती है कि छोटे वाहन चालक उनकी आवाज सुनकर संतुलन खो बैठते हैं, जिससे कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। ये प्रैशर हार्न ट्रक, ट्रैक्टर, बस, कैंटर व डम्पर आदि पर प्रयोग किए जा रहे हैं जो कि दुर्घटनाओं को न्यौता देने के सामान है तथा इस पर प्रतिबंद्ध लगना समय की प्रबल मांग है।  

क्या कहना है नगर की जनता का 
दिन-प्रतिदिन विकराल रूप धारण करती जा रही ध्वनी प्रदूषण की समस्या को लेकर लोगों का कहना है कि ट्रैफिक प्रशासन इस मसले को लेकर गंभीरता दिखाते हुए जिन वाहनों पर डी.जे. सिस्टम लगा है, के लिए स्पैशल नाका लगाकर रोककर वाहनों के चालकों के साथ सख्त रुख अख्तियार करते हुए वाहनों के चालान तथा इन्हें बाऊंड किया जाए। अगर वही वाहन दोबारा नियमों की अवहेलना करता पकड़ा जाता है तो उसके मालिक पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि उक्त समस्या पर पाबंदी लग सके और लोग चैन की सांस ले सकें। इसी तरह शहर की कुछ समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों का कहना है कि तेज आवाज में दोपहिया तथा चौपहिया वाहनों पर खुलेआम गाने चलाने का कोई नियम नहीं है। इससे सभी को परेशानी होती है। गलियों से गुजरते समय भी गाने चलाए जाते हैं, जोकि अच्छे नहीं लगते। कई बार ट्रैक्टरों पर तेज आवाज में गाने चलाने वालों को समझाने पर झगड़ा करने को उतारू हो जाते हैं। किसी भी बड़े-छोटे के समझाने से नहीं मानते। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि शीघ्र ही ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। 

क्या कहना है ट्रैफिक पुलिस अधिकारी का
इस संबंध में जब एस.पी. ट्रैफिक सुनीता से फोन पर सम्पर्क साधा गया तो उन्होंने कहा कि पटाखे मारने वाले मोटरसाइकिल तथा प्रैशर हार्नों का प्रयोग करने वाले वाहन चालकों के चालान काटे जाएंगे तथा दस्तावेज न होने की सूरत में वाहनों को बाऊंड किया जाएगा। बुलेट पर पटाखे मारने वालों के विरुद्ध 2 जुलाई से मुहिम छेड़ी जाएगी। 

swetha