डेंगू पॉजीटिव रोगियों का आंकड़ा 76 को छुआ, लोगों में खौफ बढ़ा

punjabkesari.in Tuesday, Oct 23, 2018 - 12:05 PM (IST)

पठानकोट (शारदा): ग्रीष्म ऋतु समाप्त व शरद ऋतु की दस्तक होने के बाद भी टाइगर मास्क्वीटों के डंक का खौफ जन मानस पर लगातार बना हुआ है, जिसका कारण आए दिन बढ़ रहा डेंगू रोगियों का आंकड़ा है। हालांकि सेहत विभाग दावा कर रहा है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष डेंगू रोगियों के काफी कम केस सामने आए हैं, वहीं सेहत विभाग के आंकड़े के अनुसार डेंगू पॉजीटिव रोगियों का आंकड़ा 76 को छू गया है जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा इन दिनों तक 614 के लगभग पहुंच चुका था। डेंगू रोगियों की संख्या बढऩे से लोगों में खौफ व्याप्त है।

पिछले वर्ष व मौजूदा साल में डेंगू रोगियों के आंकड़ों में काफी अंतर व स्थिति न्यूनतम है परन्तु बावजूद इसके डेंगू के डंक को लेकर खौफ जनता के सिर से कम नहीं हो रहा है। सिविल अस्पताल में बनाए गए डेंगू रोगियों के इलाज हेतु आइसोलेशन वार्ड में अब भी आधा दर्जन के करीब रोगी भर्ती होकर  इलाज करवा रहे हैं। इससे इस रोग की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

सेहत विभाग का दावा है कि मच्छरों के ब्रीङ्क्षडग सीजन शुरू होते ही विभाग ने विभिन्न टीमें बनाकर संबंधित प्रभावित क्षेत्रों में मुहिम में लगा दी थी जो शृंखलाबद्ध ढंग से विभिन्न वार्डों व क्षेत्रों में लोगों को डेंगू रोग संबंधी जागरूक करती व मच्छरों का लारवा खंगालती तथा उसे नष्ट करती आ रही थी। इसी कवायद व मुहिम के चलते ही इस बार डेंगू अपने घातक पंख कम फैला सका है। जबकि आम जनता आए दिन डेंगू पॉजीटिव रोगियों की संख्या में इजाफा होने के लेकर संशयग्रस्त है तथा इसके डंक का खौफ कम नहीं हो रहा है।

क्या कहता है सेहत विभाग

इस संबंध में जिला एपीडिमोलॉजिस्ट डा. सुनीता ने बताया कि सेहत विभाग की करीब 50 टीमें विभिन्न क्षेत्रों में अवेयरनैस टीम के रूप में कार्य कर रही हैं, जो घरों में मच्छरों के लारवे को खंगालकर मौके पर ही स्प्रे करके नष्ट कर रही हैं। इसके अतिरिक्त विभाग ने समय रहते डेंगू से निपटने के लिए कमर कस ली थी तथा जागरूकता मुहिम तेज कर दी थी, जिसके चलते अपेक्षित परिणाम सामने आए हैं व पिछले वर्ष की तुलना में डेंगू पॉजीटिवों का आंकड़ा काफी कम है। उन्होंने कहा कि डेंगू रोगियों का सिविल अस्पताल में पूर्णतया मुफ्त इलाज व टैस्ट किए जा रहे हैं तथा इसके लिए बकायदा आइसोलेशन वार्ड सुरक्षा के लिहाज से बनाया गया है, यहां डेंगू रोगियों का इलाज किया जा रहा है। 

swetha