हिमाचल के छन्नी बेली गांव में जमकर हो रहा हैरोइन का अवैध कारोबार

punjabkesari.in Thursday, May 24, 2018 - 03:32 PM (IST)

गुरदासपुर (विनोद): पंजाब की सीमा के साथ लगते हिमाचल प्रदेश का बदनाम गांव छन्नी बेली शराब का कारोबार छोड़ कर हैरोइन का अवैध कारोबार करने के लिए पंजाब, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर में कुख्यात होता जा रहा है। इस गांव में अब 70 से अधिक परिवार हैरोइन के कारोबार में संलिप्त हैं तथा हर परिवार प्रतिदिन लगभग 2 लाख रुपए की हैरोइन की बिक्री करता है।

 

हैरोइन के कारण इसका सीधा असर नौजवानों पर पड़ रहा है। इस गांव से पंजाब में प्रवेश करने वाले रास्तों पर पंजाब पुलिस भी अपनी बनती जिम्मेदारी नहीं निभा रही है। हैरानी की बात यह है कि जिला पुलिस गुरदासपुर, जिला पुलिस बटाला, जिला पुलिस पठानकोट सहित बार्डर रेंज के आई.जी. तक को इसकी जानकारी होने के बावजूद इस गांव में हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

 

स्थानीय जिला रैड क्रास मुक्ति केंद्र में हैरोइन की लत से छुटकारा पाने के लिए दाखिल एक नौजवान ने बताया कि वह अपने गांव में 5 एकड़ भूमि का मालिक है, परन्तु गांव के ही एक अन्य नौजवान ने उसे हैरोइन की लत लगा दी। इस लत के कारण वह एक साल में अपनी 18 कनाल जमीन तथा दुकानें बेचने से प्राप्त हुए लगभग 60 लाख रुपए हैरोइन के नशे की लत पूरी करने पर बर्बाद कर चुका है। उसने बताया कि वह पठानकोट निवासी अपनी जान-पहचान के नौजवान के साथ हिमाचल प्रदेश के गांव छन्नी बेली से यह हैरोइन खरीद कर लाता था।

 

उसने बताया कि इस गांव में हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब, जम्मू कश्मीर के नौजवान भी हैरोइन खरीदने के लिए आते हैं। यह सारा कारोबार पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है। छन्नी बेली गांव के ही एक अन्य नौजवान के अनुसार इस गांव में प्रतिदिन लगभग 2 करोड़ रुपए का हैरोइन का कारोबार होता है। इस गांव से 6 से 7 हजार रुपए प्रति ग्राम हैरोइन मिलती है तथा जो परिवार हैरोइन के कारोबार में लिप्त हैं, वे प्रतिदिन 2 से 3 लाख रुपए की हैरोइन बेचते हैं। इस गांव में दूर-दूर से नौजवान हैरोइन लेने के लिए आते हैं, उससे स्पष्ट है कि इस अवैध धंधे की जड़ें बहुत दूर-दूर तक फैली हुई हैं।

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