गुरदासपुर केंद्रीय जेल में नशीले पदार्थ पकडऩे की जिम्मेदारी ‘जूली’ के जिम्मे

punjabkesari.in Friday, Feb 15, 2019 - 06:46 PM (IST)

गुरदासपुर (विनोद): कोई माने या न माने परंतु इस समय स्थानीय केंद्रीय जिला जेल में नशीले पदार्थ पकडऩे की जिम्मेदारी ‘जूली’ नाम की एक कुतिया निभा रही है। इस कुतिया के खौफ से जेल में बंद कैदी तथा कैदियों से मिलने के लिए आने वाले मुलाकाती भी नशे का सामान जेल में लेकर आने से घबराने लगे हैं। कुछ माह पहले जेल विभाग पंजाब के मंत्री सुखजिन्द्र सिंह रंधावा ने घोषणा की थी कि जेल में नशे का लाया जाना पूरी तरह से बंद करने के लिए ट्रेंड कुत्तों की तैनाती की जाएगी।

पंजाब में इस समय 17 जेल हैं, परंतु अभी 4 जेलों को ही कुत्ते मिले हैं तथा गुरदासपुर जेल को भी सफेद रंग की जूली नाम की कुतिया मिली है। इस संबंध में जेल सुपरिंटैंडैंट कर्णजीत सिंह ने कहा कि यह कुतिया हमें लगभग 4 माह पहले मिली थी तथा उसके बाद जूली को चंडीगढ़ ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया था। कुछ दिन पहले ही जूली अपनी ट्रेनिंग पूरी कर वापस जेल में आई है तथा यह नशीले पदार्थ पकडऩे में माहिर मानी जाती है। उन्होंने बताया कि जूली जेल के अंदर बने मुलाकाती कक्ष में कैदियों के रिश्तेदारों द्वारा मुलाकात के समय दिए सामान का निरीक्षण करती है, यदि कोई संदिग्ध वस्तु या सामान में कोई नशा ले जा रहा हो तो उसे पकड़ लेती है।

इसी तरह जेल की ड्योढ़ी में आने-जाने वाले कैदियों, अदालत से पेशी भुगत कर वापस आए कैदियों की भी यह जांच करती है ताकि कोई कैदी अदालत में पेशी भुगतने के बाद नशीला पदार्थ अपने साथ जेल में न ले आए। उन्होंने बताया कि जूली के बारे में पता चलने पर अब कैदियों तथा मुलाकात करने वालों ने जेल में नशीले पदार्थ भेजने बंद कर दिए हैं। 

Anjna