कुवैत में फंसे बेटों को वापस लाने के लिए परिजनों ने सरकार से लगाई गुहार

punjabkesari.in Saturday, Jun 15, 2019 - 10:06 AM (IST)

नरोट मेहरा/पठानकोट,(आदित्य): नौजवान अधिक पैसे कमाने की इच्छा लेकर विदेश तो चला जाता है लेकिन जब वहां पर मुसीबत में फंस जाता है तो उसके साथ-साथ उसके परिवार वालों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही मामला आज हलका भोआ के अधीन आते गांव मान नंगल में एक ही परिवार के दो बेटों को विदेश में फंसे होने का सामने आया है।

जानकारी देते हुए पारिवारिक सदस्य धर्मपाल, कमलेश रानी, सुरजीवन कुमारी, आजाद कुमार, कुलजीत, सर्बजीत कौर आदि ने बताया कि सुखविन्द्र कुमार व बलविन्द्र कुमार दोनों पुत्र धर्मपाल निवासी मान नंगल, मनदीप निवासी जालंधर, बलजीत सिंह निवासी ब्यास, रमेश कुमार निवासी बटाला जोकि 20 अक्तूबर, 2018 को एक ठेकेदार के माध्यम से कार्य हेतु कुवैत के वफरा ब्लाक नं.-4 में गए थे। जहां उन्हें जम्मू-कश्मीर के राजौरी निवासी मोहम्मद ताजुद्दीन ठेकेदार ने सरिया काटने व स्टील फिटर के कार्य में लगा दिया लेकिन अब उक्त ठेकेदार ने उन्हें काम से बाहर निकाल दिया है और न ही वह उनके बेटों की मेहनत के पैसे दे रहा है।

उन्होंने कहा कि पिछले & माह से उन्हें कोई भी काम न मिलने के चलते आर्थिक तंगी का शिकार होना पड़ रहा है। भुखमरी के चलते पिछले दिनों इस्लाम धर्म के रोजे से व भीख मांग कर उन्हें रोटी खानी पड़ रही है। इस बाबत वे जिला उपायुक्त रामवीर से भी मिल चुके हैं परंतु अभी तक प्रशासन द्वारा कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। पारिवारिक सदस्यों ने रा’य व केन्द्र सरकार से मांग की कि वे शीघ्र-अतिशीघ्र उनके बेटों को घर वापस लाएं ताकि उन्हें राहत मिल सके।

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