राष्ट्रहित को नजर अंदाज कर पाकिस्तान गए नवजोत सिद्धू की खुदगर्जी जाहिर : बुट्टर

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 01:07 PM (IST)

गुरदासपुर (हरमनप्रीत): पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान दौरे संबंधी भाजपा के सीनियर नेता यादविंदर सिंह बुट्टर ने कहा कि दरवेश सियासतदान तथा पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार के अलावा देश हितों को नजर अंदाज करके पाकिस्तान गए नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी खुदगर्जी का सबूत दिया है। 

उन्होंने कहा कि नवजोत सिद्धू इस बात को भूल गए हैं कि वह अटल बिहारी वाजपेयी ही थे जिन्होंने उनको राजनीति में ला कर इस मुकाम तक पहुंचाया। इसी कारण सिद्धू ने स्व. वाजपेयी के अंतिम संस्कार की बजाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पदभार संभालने वाले कार्यक्रम को पहल दी। उन्होंने कहा कि सिद्धू बेशक इमरान खान के साथ दोस्ताना संबंधों का हवाला देकर पाकिस्तान गए थे, मगर वहां जाकर उन्होंने इस दोस्ती की आड़ में सियासी लाभ लेने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि सिद्धू देश के लोगों को इस बात का उत्तर दें कि अगर प्रसिद्ध क्रिकेटर कपिल देव तथा सुनील गवास्कर बुलावा मिलने के बावजूद राष्ट्रहितों को मुख्य रख कर पाकिस्तान जाने से इंकार कर सकते हैं, तो सिद्धू की ऐसी कौन-सी दोस्ती या मजबूरी थी जो उनको पाकिस्तान खींच कर ले गई। उन्होंने कहा कि इससे सिर्फ  यह जाहिर होता है कि सिद्धू सिर्फ  सियासी फायदे के लिए पाकिस्तान गए थे। 

उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा करतारपुर साहिब गलियारे की मांग का वह सत्कार करते हैं, मगर सिद्धू को भूलना नहीं चाहिए कि यह मांग पाकिस्तान की सरकार ने पूरी करनी है न कि सेना के जनरल को इस तरह झप्पी डाल कर इस मसले का समाधान होगा। अत: अगर सिद्धू सचमुच सिखों की इस मांग को पूरी करवाना चाहते तो पाकिस्तान के नए बने प्रधानमंत्री इमरान खान से गलियारे के लिए रास्ता देने का ऐलान करवाकर आते।उन्होंने कहा कि देशवासी सिद्धू के इस रवैए की सख्त शब्दों में ङ्क्षनदा करते हैं तथा यह बात यकीन के साथ कह सकते हैं कि देशवासी सिद्धू से अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार को नजर अंदाज करने तथा देश की मान-सम्मान के किए हनन का जवाब जरूर मांगेंगे।

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