विश्व प्रसिद्ध पिंडोरी धाम को जोडऩे वाले पुल की 20 फुट दीवार टूटी

punjabkesari.in Saturday, Jan 12, 2019 - 10:31 AM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): गुरदासपुर से विश्व प्रसिद्ध पिंडोरी धाम को जाने वाली सड़क पर गांव जट्टूवाल के पास बने पुल की हालत इतनी खराब है कि किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। इस पुल की विशेषता यह है कि इस पुल पर सड़क का आकार जैड शेप की होने के कारण एक तो पुल के साथ ही तीखा मोड़ है तथा अमृतसर, बटाला, जम्मू-कश्मीर, जालंधर आदि से पिंडोरी धाम को जाने के लिए एकमात्र यही रास्ता है जिस पर यह पुल बना हुआ है। 

गुरदासपुर से इस रास्ते पर प्रसिद्ध पिंडोरी धाम सहित लगभग 2 दर्जन से अधिक गांव पड़ते हैं जिनमें से तालिबपुर पिंडोरी, गोत पोकर, गाजीकोट, कलीचपुर आदि प्रमुख बड़े गांव हैं। प्रतिदिन इस सड़क पर बस सेवा के अतिरिक्त लगभग 300 वाहन आते-जाते हैं। वैसे तो अपरबारी दोआब नहर पर बना पुल भी बहुत खस्ता हालत में है तथा अपरबारी पुल जो डॉट प्रणाली से अंग्रेजों के शासन में लगभग 100 साल पहले बना था, मात्र 5 टन वजन की क्षमता का है, परंतु फिर भी यह पुल अभी मजबूत है।

गांव जट्टूवाल के पास बना एक सिल्ट इजैक्टर नहर पर बने पुल की हालत यह है कि इस पुल के दोनों तरफ बनी दीवारें क्षतिग्रस्त हैं तथा एक किनारे पर तो लगभग 20 फुट दीवार दिखाई ही नहीं देती, जबकि इस पुल पर स्थिति यह है कि सड़क जैड आकार की होने के कारण एक तरफ बहुत ही तीखा मोड़ है। इस पुल पर निकलने से भय लगना तो ठीक है, परंतु पुल की हालत देख कर ही दिल डर जाता है। 

2 दर्जन गांवों के लोगों को जोड़ता है पुल : स्थानीय लोग
इस संबंधी तालिबपुर पिंडोरी के पूर्व सरपंच रविन्द्र महाजन, कांग्रेसी नेता मास्टर शशि, बलजिन्द्र सिंह गांव गोत पोकर के अनुसार इस सड़क पर पिंडोरी धाम के अतिरिक्त गुरु नानक इंटरनैशनल स्कूल गाजीकोट सहित कई अन्य छोटे-बड़े स्कूल हैं, जबकि 2 दर्जन गांवों के लोग इस सड़क का प्रयोग करते हैं। पिंडोरी धाम के कारण पूरे देश से लोग इस सड़क के रास्ते पिंडोरी धाम पहुंचते हैं, इसलिए इस सड़क का बहुत महत्व है। इस क्षतिग्रस्त पुल की तुरंत मुरम्मत होनी बहुत जरूरी है। कई बार अनजान लोग इस पुल पर से वाहन सहित गिर चुके हैं।

क्या कहना है कैबिनेट मंत्री का

इस क्षतिग्रस्त पुल की मुरम्मत के लिए आने वाले खर्च का अनुमान लगवा कर संबंधित विभाग को तुरंत मुरम्मत का आदेश दिया जाएगा। 10 साल पंजाब में अकाली-भाजपा की सरकार रही तथा दीनानगर हलके से मैं चुनाव जीतती थी। राजनीतिक द्वेष के चलते दीनानगर हलके में पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने 10 साल तक एक भी पैसा विकास कार्यों पर खर्च नहीं किया जिस कारण इस पुल सहित अन्य कई पुलों तथा सड़कों का काम रुका रहा। अब पंजाब में कांग्रेस की सरकार है, अब इलाके के सर्वपक्षीय विकास को प्राथमिकता पर किया जाएगा। पिंडोरी धाम के महत्व को देखते हुए इस पुल की मुरम्मत प्राथमिकता पर करवाई जाएगी। - विधायक व कैबिनेट मंत्री अरुणा चौधरी।

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