पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल मार्ग पर ट्रैक से उतरा पावर इंजन

punjabkesari.in Saturday, Feb 23, 2019 - 09:31 AM (IST)

पठानकोट(आदित्य): पठानकोट जोगिंद्रनगर रेल मार्ग पर शुक्रवार सुबह ज्वालामुखी रोड रेलवे स्टेशन से पठानकोट आ रही 52462 रेलगाड़ी का इंजन रेलवे स्टेशन लूनसू तथा बाणगंगा रेलवे पुल के पास ट्रैक के आगे रात को हुई भारी बारिश के कारण पत्थर आ जाने से डीरेल हो गया। उक्त पावर डीरेल होकर पहाड़ी के साथ टकरा कर रुक गया। रेलवे का त्वरित दल घटनास्थल के लिए रवाना हुआ है तथा इंजन को दोबारा पटरी पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उक्त रेल हादसे में फिलहाल सभी यात्री सुरक्षित हैं। इस बीच उक्त रेल मार्ग बाधित होने के चलते पठानकोट से ज्वालामुखी रोड की ओर जाने वाली एक ट्रेन को कैंसिल किया गया है तथा बाकी ट्रेनों को गुलेर तक चलाया जा रहा है। 

उक्त ट्रेन नम्बर 52462 शुक्रवार की तड़के सुबह 4.45 पर ज्वालामुखी रोड रेलवे स्टेशन से पठानकोट हेतु रवाना हुई थी, जिसे पठानकोट 8.30 पर पहुंचना था कि 76/89 कि.मी. स्थित लूनसू रेलवे स्टेशन के पास रात्रि को हुई बारिश के चलते अचानक पत्थर आ जाने से उक्त ट्रेन की पावर डीरेल हो गई तथा ट्रेन पहाड़ी की ओर झुक कर रुक गई। यहां गनीमत यह रही कि जिस स्थान पर उक्त हादसा घटित हुआ वहां से मात्र कुछ मीटर की दूरी पर बाणगंगा ब्रिज था अगर उक्त हादसा वहां होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।  उक्त हादसे की पुष्टि करते पठानकोट सिटी रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात डिप्टी स्टेशन मास्टर के.के. कौशल ने बताया कि उक्त ट्रेन की पावर की डीरेल के चलते पठानकोट रेलवे स्टेशन से दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर चलने वाली 52467 ट्रेन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इसके अलावा अन्य ट्रेनों को गुलेर रेलवे स्टेशन तक चलाया जाएगा। 

जरा-सी बरसात के बाद उक्त रेल मार्ग हो जाता है बाधित
 यहां गौरतलब बात है कि अक्सर जरा-सी बरसात के बाद उक्त रेलवे मार्ग पर पत्थर आ जाने से या फिर मिट्टी धस जाने के चलते रेलवे ट्रैक कई दिनों तक आवागमन के लिए बंद कर दी जाता है, जिसमें कोपरलाड तथा लूनसू स्टेशनों के पास अक्सर यह मंजर देखने को मिलता रहता है। यहां गौरतलब है कि एक ओर रेलवे उक्त ट्रैक को हैरिटेज घोषित कर चुका है, लेकिन उक्त रेल ट्रैक बाधित करने वाले स्थानों का कोई पुख्ता बंदोबस्त नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते रेलवे विभाग को प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए का चूना लग रहा है। 

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