सी.एच.सी. बधानी विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी, 30-40 गांवों के लोग परेशान

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 09:57 AM (IST)

पठानकोट(कंवल): जिला पठानकोट अधीन कम्युनिटी हैल्थ सैंटर बधानी कभी सुविधाओं तो कभी स्टाफ की कमी के कारण हमेशा चर्चा में ही रहा है। मगर अब लगातार इस अस्पताल से माहिर डाक्टरों के जाने को लेकर लोगों में जहां भारी रोष पाया जा रहा है, वहीं उनको भविष्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की ङ्क्षचता सता रही है।

पहले इस अस्पताल से हड्डियों के माहिर डाक्टर गगनदीप द्वारा अचानक अपना तबादला करावा लेना भी चर्चा का विषय रहा। इस तबादले के पीछे यह चर्चा गर्म रही कि किसी स्थानीय युवक द्वारा उनके साथ गलत व्यवहार किया गया था। मगर इसके बाद अचानक अस्पताल से माहिर सर्जन डा. अमित कुमार ने एडवांस ही सेवानिवृत्ति ले ली, जिसके कारण (खासकर दूर-दराज से आने वाले) मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

लगातार अस्पताल से डाक्टरों के जाने से परेशान स्थानीय लोगों ने सी.एम.सी. बधानी में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन किया। गांव बधानी स्थित अस्पताल प्रांगण में वरिष्ठ भाजपा नेता मुकेश लवली के नेतृत्व में रोष प्रदर्शन करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ठाकुर बलवान सिंह भानू, अनुराग सिंह, पवन सिंह, शाम लाल, रोमी ठाकुर, खलील एहमद खान, सतीश कुमार, विजय शर्मा, शुभम कुमार, संदीप कुमार, राकेश कुमार, अमित कुमार, बिक्कर ठाकुर, दीपक जसपाल, आदि ने कहा कि करीब 30-40 गांवों के लोगोंं को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सी.एम.सी. बधानी ही मात्र एक अस्पताल है। उन्होंने कहा कि सुकरेत, हाड़ा, नारायणपुर, सुराल, भड़मोता, भून, ढांगू सरायें, दरंगखड्ड, भब्बर, चक्क ड़, हरियाल, चक्की, बघार, जंडवाल के अलावा धारकलां, दुनेरा आदि से भी लोग बीमार होने पर बधानी अस्पताल पर ही निर्भर हैं। मगर अब यहां से जो चन्द वह डाक्टर जिनकी बदौलत यहां पूरे विश्वास से मरीज आते हैं, वही माहिर डाक्टरों के यहां से चले जाने से अब लोग अपने आप को 
ठगा हुआ महसूस करने लगे हैं।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक कोई अन्य माहिर डाक्टर इस अस्पताल में नहीं आ जाता तब तक किसी भी डाक्टर का यहां से तबादला नहीं करना चाहिए था। अब हालात यह बनते जा रहे हैं कि धीरे-धीरे अस्पताल डाक्टरों से खाली होता जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से अपील की कि सी.एम.सी. बधानी में तुरन्त डाक्टरों की कमी को पूरा करके हर बीमारी के माहिर डाक्टर को तैनात किया जाए।दूसरी तरफ अचानक एडवांस सेवामुक्ति लेने वाले डाक्टर अमित कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी मर्जी से एडवांस सेवामुक्ति ली है।

swetha