नए नैरोगेज रेल इंजन का हुआ ‘सफल’ ट्रॉयल

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 09:00 AM (IST)

पठानकोट(शारदा): मुम्बई के परेल वर्कशॉप में तैयार होकर स्थानीय सिटी रेलवे स्टेशन पर पठानकोट-कांगड़ा रेलखंड पर ट्रैफिक ट्रॉयल के लिए तैयार हो गया है। जैड.डी.एम.-3/715 नामक यह नया लोको इंजन 1 दिसम्बर को पठानकोट में पहुंचकर अनलोड हुआ था। इसके बाद मुम्बई से आए हुए इंजीनियरों ने स्थानीय इंजीनियरों के साथ मिलकर इस नए लोको इंजन की पूरी तरह जांच करके इसे दौड़ाने के लिए चुस्त-दुरुस्त किया तथा अंतत: इस इंजन का स्थानीय लोको शैड में विभागीय स्तर पर ट्रॉयल लिया गया जो पूरी तरह से कामयाब रहा। शैड में सफल ट्रॉयल के बाद रेलवे के इंजीनियरों व टैक्नीशियनों ने प्रसन्नता व्यक्त की। ट्रॉयल से पहले रेलवे विभाग के फिटर राजकुमार जोकि इस महीने के अंतिम दिन सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ने नारियल फोड़ा।

14 इंजनों में कुछेक कर चुके हैं अपनी आयु पूरी  
वर्णनीय है कि उपरोक्त रेलखंड पर दौडऩे वाले 14 इंजनों में कुछेक अपनी आयु पूरी कर चुके हैं तथा कुछ और अगले साल पूरी करने जा रहे हैं ऐसे में नए इंजनों को परेल वर्कशाप में तैयार करके यहां भेजा जा रहा है। एक इंजन तैयार होकर आ चुका है तथा शेष का निर्माण चल रहा है। इस वर्ष शीघ्र ही कांगड़ा व पालमपुर की सुरम्य वादियों में नए एवं आधुनिक इंजनों की छुक-छुक सुनाई देगी तथा यात्रियों का सफर और सुहावना हो सकता है। 

अब उपरोक्त रेलखंड पर होगा इस इंजन का ट्रॉयल  
सूत्रों की माने तो शैड में ट्रॉयल के बाद अब उपरोक्त रेलखंड पर इस इंजन का ट्रॉयल लिया जाएगा। ट्रॉयल सफल होने के बाद यह नया एवं आधुनिक नैरोगेज रेल इंजन बोगियों को साथ लेकर पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के जोगिन्द्र नगर तक का सफर तय करेगा, परन्तु चूंकि अब कोपलाहड़ में ट्रैफिक व्यवधान के चलते रेलगाडिय़ां ज्वाला जी मोड़ रेलवे स्टेशन तक ही चल रही हैं ऐसे में इस बात की संभावना है कि संभवत: रेलखंड पूरी तरह क्लीयर होने के बाद ही इस समूचे रेल ट्रैक तक रेलगाडिय़ों को ले जाने के लिए इस इंजन का ट्रॉयल हो सकेगा, परन्तु फिलहाल यह नया एवं आधुनिक तकनीक से तैयार होकर विभागीय बेड़े में शामिल होकर रेलवे की शान बढ़ा रहा है। 

swetha