टीन की छत उखड़ी, दीवारों में आईं दरारें

punjabkesari.in Monday, Mar 19, 2018 - 12:12 PM (IST)

पठानकोट/धारकलां(शारदा, पवन): धार ब्लॉक के अधिकांश सरकारी स्कूलों की निरंतर उपेक्षा के चलते स्थिति दयनीय बनी हुई है। इनमें से धारकलां सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल की सबसे पुरानी बनी छत अनसेफ है जो कभी बड़े हादसे का शिकार हो सकती है और राम भरोसे बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।

करीब 35-40 वर्ष पुरानी इस बिल्डिंग की छत टीन की चादर पड़ी है। हालांकि यह स्कूली बच्चों के बैठने लायक नहीं है बावजूद इसके विद्यार्थियों को न चाहते हुए भी इस असुरक्षित बिल्डिंग में बैठना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार इस बिल्डिंग के 4 कमरे हैं तथा हरेक कमरे की दीवारों में दरारें आ चुकी हैं। हैरानी का विषय है कि इस बिल्डिंग की जो सीलिंग है वह काफी जगह से उखड़ चुकी है। ऐसे में हर समय भय रहता है कि कब कमरे, छतें उखड़कर नीचे बैठे बच्चों के ऊपर आ गिरें। अध्यापक भी हादसे की आशंका से कमरों के बाहर विद्यार्थियों की कक्षाएं लगाते हैं परन्तु बरसात आदि होने पर स्थिति बद से बदतर हो जाती है।

क्या कहते हैं सरपंच

वहीं भून के सरपंच करतार सिंह ने कहा कि स्कूल की जर्जर बिल्डिंग का मामला उन्होंने प्रदेश कांग्रेस सचिव अमित मंटू के माध्यम से सरकार व शिक्षा विभाग तक पहुंचाया है। फंड होने पर स्कूल की बिल्डिंग की मुरम्मत करवा दी जाएगी।वहीं पूर्व चेयरमैन ब्लॉक समिति करतार सिंह ने कहा कि यह बिल्डिंग 1978 में बनी थी। बिल्डिंग के ऊपर टीन तथा टीन के नीचे लकड़ी की सीलिंग की गई है। अब लकड़ी जर्जर हो गई है जिसके कारण अनसेफ बनी हुई है।

 

वहीं सरपंच धार बलवंत सिंह ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई किसी भी सूरत खराब नहीं होने दी जाएगी। पिछले दिनों ही मनरेगा के तहत स्कूल की ग्राऊंड ठीक करवा दी है। अब बिल्डिंग की मुरम्मत के लिए फंड मुहैया होते ही कायाकल्प कर दी जाएगी।

क्या कहते हैं प्रदेश कांग्रेस सचिव
वहीं प्रदेश कांग्रेस सचिव ठा. अमित सिंह मंटू ने कहा कि धार स्कूल में पहले जंगली बंदरों की समस्या थी। उसे दूर करने के लिए वन विभाग ने लोहे का पिंजरा रखवा दिया है। स्कूल की माॄनग असैंबली के ग्राऊंड को दुरुस्त करवा दिया है। अब बिल्डिंग को सही कर दिया जाएगा।

Punjab Kesari