‘वंदे भारत’ की तीव्रता ने अन्य ट्रेनों की गति पर लगाई लगाम

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 10:03 AM (IST)

पठानकोट(आदित्य): दिल्ली से कटरा चलने वाली देश की दूसरी सैमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रैस लगातार अपने निर्धारित समय पर ट्रैक पर दौड़ रही है रेलवे डिपार्टमैंट की तरफ से इस ट्रेन की छवि को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि रेल यात्रियों में इस ट्रेन में सफर करने की लालसा बनी रहे। यही कारण है कि जब से ट्रेन ने ट्रैक पर दौडऩा शुरू किया है तभी से ये फुल और लंबी वेटिंग में चल रही है। गौरतलब है कि दूसरी और इस ट्रेन के कारण अन्य ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

यहां गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन पिछले एक माह में केवल 2 बार लेट हुई है एक बार लुधियाना और दूसरी बार फगवाड़ा के पास लेकिन ट्रेन के ड्राइवरों ने इसे इसके गंतव्य स्थान पर पहुंचते-पहुंचते समय को काफी रिकवर कर लिया। सूत्रों के अनुसार रेल मंत्रालय की तरफ से सख्त आदेशों के चलते ही ट्रेन को उचित समय पर चलाया जा रहा है, लेकिन वंदे भारत ट्रेन को निर्धारित समय पर गंतव्य पर पंहुचाने के चलते अन्य लम्बी दूरी की ट्रेनों को एक साइड पर रोका जा रहा है और वंदे भारत ट्रेन को पहले निकाला जा रहा है। इस सारे झमेले का खमियाजा अन्य ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। इस तरह से अन्य ट्रेनों को अनदेखा करने से ट्रेने अपने निर्धारित समय से लेट हो रही हैं। सूत्रों का मानना है कि यह सारा खेल ऑप्रेशनल स्तर पर ही खेला जा रहा है और इसमें तकनीकी कारणों को मोहरा बनाया जा रहा है। 

कम किया जाए एक्स्ट्रा रिकवरी टाइम 
गौरतलब है कि विभाग की तरफ से प्रत्येक ट्रेन के लिए एक्स्ट्रा रिकवरी टाइम रखा जाता है, इस टाइम को डिवीजनल स्तर पर ही बनाया जाता है। नई दिल्ली से वंदे भारत छूटते ही अन्य ट्रेनों को एक्स्ट्रा रिकवरी टाइम के चलते साइड पर लगा दिया जाता है, जिस कारण अन्य ट्रेनें लेट चलती हैं, क्योंकि कोई भी ट्रेन 15 से 25 मिनट के समय को अपनी स्पीड से सही रिकवर कर लेती है। वंदे भारत एक्सप्रैस की स्पीड नई दिल्ली से लुधियाना तक 130 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि शताब्दी समेत अन्य ट्रेनों की स्पीड 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। लुधियाना से जम्मू के लिए अधिकतर ट्रेनों की स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा एवं जम्मू से कटरा के लिए 75 किलोमीटर प्रति घंटा है, यही स्पीड वंदे भारत एक्सप्रैस के लिए रखी गई है। लेकिन वंदे भारत एक्सप्रैस 4 घंटे 50 मिनट में कटरा पहुंच जाती हैं जबकि अन्य ट्रेनें 2 से 3 घंटे अधिक लेती हैं। एक जैसी स्पीड होने के बावजूद अधिकतर ट्रेनों को रास्ते में रोक दिया जाता है, ताकि वंदे भारत ट्रेन को निर्धारित समय पर गंतव्य पर पंहुचाया जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर एक्स्ट्रा रिकवरी टाइम को ही कम कर दिया जाए तो अन्य ट्रेनें भी उचित समय पर पहुंच सकती हैं, तथा यात्रियों को देरी से छुटकारा मिल सकता है। 

‘अन्य ट्रेनों के साथ सौतेला व्यवहार हो बंद’
इस पर अपना रोष प्रकट करते शिक्षक अश्विनी महाजन, शिक्षक राकेश शर्मा, व्यवसायी अनिल शर्मा, व्यवसायी अमित पुंज, व्यवसायी सुतिक्षण ठाकुर ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन को पहले ही पठानकोट कैंट रेलवे स्टेशन पर बिना रोके निकाला जाता है। ऊपर से उक्त ट्रेन को समय पर अपने गंतव्य पर पंहुचाने के चलते अन्य ट्रेनों की बलि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अन्य ट्रेनों पर सफर करने वाली यात्रियों को इसकी बजह से अपने निर्धारित स्थान पर पहुंचनें में परेशानी हो रही है, जिसके चलते कई बार उनकी अगली ट्रेन मिस हो रही है। उन्होंने रेलवे विभाग से आग्रह किया कि अन्य ट्रेनों की समयसारिणी को इस तरह से बनाया जाए की यात्रियों को अपने गंतव्य पर पंहुचने हेतु इस तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।


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