रेलगाडियों में सफर करने से लोग व बच्चे लगे हैं कतराने

punjabkesari.in Wednesday, Jun 13, 2018 - 02:20 PM (IST)

पठानकोट(आदित्य): रेल मंत्रालय द्वारा पुराने ढर्रे पर चल रही भारतीय रेल की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने एवं यात्रियों को आरामदायक रेलयात्रा मुहैया करवाने के उद्देश्य से पुराने रेल कोचों को बदल कर उनके स्थान पर नए कोचों को पटरी पर उतार रही है लेकिन उक्त नए कोच रेलयात्रियों के लिए कितने आरामदायक हैं, इसकी मिसाल नए कोचों में जनरल बोगियों की संख्या घटाए जाने से साफ झलकती देखी जा सकती है। 

गौरतलब है कि पुराने रेल कोचों में 22 से 24 संख्या वाली एक रेलगाड़ी में लोगों को पहले 4 से 5 जनरल कोच सफर हेतु मिलते थे, जिसमें आम नागरिक आराम से सफर करके अपने गंतव्य पर पहुंच जाता था लेकिन जब से रेल मंत्रालय ने पुराने कोचों का स्वरूप बदल कर उसके स्थान पर नए कोचों को रेल पटरी पर उतारा है, तब से यात्रियों को कोच में परेशानी होने लगी है, क्योंकि रेल मंत्रालय द्वारा एक रेलगाड़ी में जनरल कोचों की संख्या 4-5 से कम करके मात्र 2 कर दी गई है और उसके स्थान पर ए.सी. व स्लिपर क्लास कोचों की संख्या बढ़ा दी गई है। इसके चलते जनरल कोचों में सफर करने वाले यात्रियों को गाड़ी के स्टेशन पर पहुंचने के दौरान सीट न मिलने के चलते भारी दिक्कत उठानी पड़ रही है।   
 

इस बाबत जानकारी देते हुए रेलयात्री अनुज धीमान, शौर्य मोरे, पारुल महाजन, अनंदी बजाज, विश्वनाथन पटेल आदि ने बताया कि रेल मंत्रालय द्वारा भारतीय रेल के पुराने कोचों के स्वरूप को बदल कर बेशक यात्रियों की सुविधा हेतु उनके स्थान पर नए कोचों को लाया गया है लेकिन उक्त नए कोचों में जनरल बोगियों की संख्या को कम करके रेल मंत्रालय ने यात्रियों की मुसीबत बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि जिस समय रेलगाड़ी स्टेशन पर रुकती है तो उक्त नए कोचों में जनरल बोगियों की संख्या कम होने की वजह से उसमें पहले से भीड़ अधिक रहती है और ऐसे में गाड़ी का मात्र 2 मिनट का स्टॉपेज होने के चलते यात्रियों में जनरल बोगी में चढऩे के लिए धक्का-मुक्की होती है। इससे टे्रन से नीचे गिरकर घायल होने का खतरा बना रहता है।

यदि कोई व्यक्ति व महिला अपने बच्चों के साथ जनरल बोगी में सफर करने हेतु स्टेशन पर आती है तो वह भीड़ अधिक होने के कारण उसमें चढ़ नहीं पाती और टे्रन छूट जाती है। यदि किसी व्यक्ति को काम के सिलसिले में कठुआ व पठानकोट से लोकल लुधियाना तक जाना हो तो पहले तो उसे स्लिपर क्लास की कन्फर्म टिकट नहीं मिलेगी, जिसके चलते उसे जनरल बोगी में सफर करना पड़ेगा। रेल मंत्रालय द्वारा नया स्वरूप दिए कोचों में स्लिपर व ए.सी. की संख्या बढ़ाए जाने पर हर कोई व्यक्ति इसकी टिकट की खरीद नहीं कर सकता। इसलिए रेल मंत्रालय को चाहिए कि वह उक्त नए कोचों में जनरल बोगियों की संख्या को कम करने की बजाय उसे और बढ़ाए। 

swetha