अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पानी ने बढ़ाई बी.एस.एफ. की मुश्किलें

punjabkesari.in Tuesday, Aug 20, 2019 - 11:08 AM (IST)

गुरदासपुर(हरमनप्रीत) : उत्तरी भारत में बारिश के कहर के कारण पंजाब के कई हिस्सों में बन रही बाढ़ जैसी स्थिति के उल्ट बेशक सीमावर्ती जिला गुरदासपुर और पठानकोट में बहते दरियाओं का पानी चढऩे के बाद फिर उतर गया है परंतु इसके बावजूद दोनों जिलों में हाईअलर्ट अभी भी जारी है और सिविल प्रशाशन पूरी तरह चौकस हो कर स्थिति पर नजर रख रहा है।  इस बारिश के कारण सबसे बड़ी समस्या सीमा पर पहरा दे रहे बी.एस.एफ. के जवानों को आ रही है क्योंकि कई स्थान ऐसे भी हैं जहां कटीली तार पानी के बिल्कुल किनारे पर है और कई फिर पानी के बीच लगी हुई हैं परंतु फिर भी जांबाज जवानों की तरफ से बुलंद हौसले से सीमा की चौकीदारी की जा रही है।

बी.एस.एफ. के उच्च अधिकारियों ने किया सीमा का दौरा
भारत पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बहता रावी दरिया कई बार पाकिस्तान से होकर भारत में दाखिल होता है और कई स्थानों पर रावी का पानी कंटीली तार को नुक्सान पहुंचाता है। इस बार भी कई स्थानों पर तार के आस-पास बारिश का पानी भर जाने से जवानों को गश्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आज भी बी.एस.एफ. के उच्च अधिकारियों ने सीमा का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और जहां कहीं बारिश ने नुक्सान किया, उसे ठीक करने के प्रबंध किए गए।

रावी और ब्यास में पानी का स्तर हुआ कम
जिला गुरदासपुर और पठानकोट से गुजरते रावी और ब्यास दरिया में पानी का स्तर 2 दिन पहले काफी बढऩे के बाद आज शाम तक कम हो गया है। वैसे तो 2 दिन पहले भी इन दरियाओं में पानी का स्तर खतरे के निशान के नजदीक भी नहीं पहुंच सका था। परंतु फिर भी रावी में पानी की मात्रा 1 लाख 30 हजार क्यूसिक तक पहुंच गई थी। इसी तरह ब्यास दरिया में भी पानी का ज्यादा से ज्ज्यादा बहाव 80 हजार क्यूसिक तक ही हुआ था जबकि इस दरिया की समर्था ढाई लाख क्यूसिक तक की है। आज रावी दरिया में पडऩे वाले दरिया, जलाशय सहित अनय् कई नालों और ड्रेनों का पानी मिला कर रावी में से सिर्फ 26 हजार क्यूसिक पानी ही बह रहा है जबकि ब्यास में सिर्फ 18 हजार क्यूसिक पानी रह गया है।

खतरा न होने के बावजूद जारी है सावधानी : डी.सी.
जिलाधीश विपुल्ल उज्जवल ने बताया कि पहले दिन से ही इस जिले में बाढ़ जैसा कोई खतरा नहीं माना जा रहा था परंतु पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हुई बारिश और मौसम विभाग की तरफ से 2 दिन और बारिश होने की दी गई चेतावनी के कारण जिलों के समूह विभागों को चौकस कर स्थिति पर नजर रखने की हिदायतें दी गई थीं। उन्होंने कहा कि जिले में दरियाओं की धुसीयां पूरी तरह मजबूत हैं और किसी भी जगह खतरे की बात नहीं है। डी.सी. ने कहा कि जो क्षेत्र दरिया के पानी की मार के नीचे आ सकते थे, वहां पर बचाव कार्यों के सभी प्रबंध किए गए थे।

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