रिजर्व बैंक की ओर से लगाई पाबंदी से यैस बैंक के उपभोक्ता परेशान

punjabkesari.in Saturday, Mar 07, 2020 - 04:23 PM (IST)

पठानकोट(शारदा): देश में प्राइवेट सैक्टर के यैस बैंक के उपभोक्ताओं को शुक्रवार सुबह जैसे ही पता चला कि आर.बी.आई. ने 3 अप्रैल तक सभी प्रकार के खातों में से पैसे निकालने पर पाबंदी लगा दी है तो उसके बाद उपभोक्ताओं में हाहाकार मच गया। बैंक प्रबंधन ने आर.बी.आई. द्वारा जारी की गई अधिसूचना की कॉपी बैंक के गेट के बाहर चिपका दी, वहीं सुबह बैंक खुलने से पहले ही बैंक के बाहर उपभोक्ताओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। धीरे-धीरे दोपहर तक बैंक में लेन-देन करने वालों में निराशा की स्थिति उत्पन्न हो गई।

बैंक में उपभोक्ताओं की परेशानी और घबराहट का जवाब देते हुए स्थानीय बैंक के अधिकारियों ने उन्हें संयम बरतने का आह्वान करते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को घबराने की आवश्यकता नहीं है। एक-दो दिन में नई गाइडलाइंस जारी हो सकती है जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिलने की संभावना है लेकिन अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे आश्वासन का उपभोक्ताओं पर कोई असर देखने को नहीं मिला। स्थानीय महिला उद्यमी रेखा गर्ग ने कहा कि उनका अधिकतर पैसा यैस बैंक में है और वहीं उन्होंने मकान बनाने हेतु कंस्ट्रक्शन का कार्य शुरू किया हुआ जिसके लिए उन्हें पैसों की अत्यंत आवश्यकता थी। इस प्रतिबंध से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।


गौर रहे कि वीरवार को आर.बी.आई. ने यैस बैंक से 50,000 रुपए से ज्यादा रकम निकालने पर पाबंदी लगा दी है। कोई भी ग्राहक अपने अकाऊंट से 50,000 से ज्यादा रकम नहीं निकाल सकता है। अगर किसी ग्राहक के पास 4 अकाऊंट हैं तो वह सभी खातों को मिलाकर भी सिर्फ 50,000 रुपए ही निकाल सकता है। आर.बी.आई. द्वारा जारी की गई अधिसूचना के तहत इस बैंक के अधिकारियों को बचत खाता, चालू खाता या फिर अन्य जमा खाते से सिर्फ 50 हजार से अधिक राशि भुगतान करने की अनुमति होगी। ऐसे में जहां उपभोक्ता पैसे निकालने के चक्कर में इतने उलझे हुए थे कि वे अपने वाहनों को सड़कों पर ही खड़ा कर बैंक के अंदर जा रहे थे। बेतरतीब वाहन खड़े होने का खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ा और इसके चलते बैंक के बाहर कई बार जाम की स्थिति उत्पन्न होती रही। 

मेरा सारा बिजनैस हो जाएगा चौपट : राजीव
इसी तरह एक अन्य कारोबारी राजीव महाजन ने भी रोष जताते हुए कहा कि मार्च माह की शुरूआत हो चुकी है और इस समय भारी संख्या में लेन-देन होता है, इसके साथ ही गवर्नमैंट के टैक्स भी अदा करने होते हैं। वहीं उनके कर्मियों का सारा भुगतान इसी बैंक के माध्यम से होता है और अब उन्हें बैंक से 50 हजार की निकासी ही मिलेगी ऐसे में वह अपने कर्मियों को भुगतान कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे तो उनका सारा बिजनैस ही चौपट हो जाएगा। 

जब से मोदी सरकार आई, बैंकों पर छाए संकट के बादल: विभूति शर्मा
 इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन विभूति शर्मा ने बैंक का दौरा करने के बाद पंजाब केसरी से बातचीत करने उपरांत बताया कि पहले ही हिन्दू बैंक में 300 करोड़ रुपए जनता फंसाकर बैठी है और एक वर्ष से 70 हजार जर्माकत्र्ता एवं शेयर होल्डर खून के आंसू पी रहे हैं। अब यह यैस बैंक का अचानक संकट पठानकोट की जनता की कमर तोड़ देगा। जब से मोदी सरकार आई है बैंकों पर संकट के काले बादल छा गए हैं। कभी बैंकों को इस प्रकार से बंद होते हुए नहीं सुना। मोदी सरकार हर फ्रंट पर फेल होती नजर आ रही है। रातोंरात बैंक बंद हो जाते हैं और नौकरियां चली जाती हैं यह कैसी सरकार है। 

swetha