जाडली की पहाड़ी पर मिली रहस्यमयी गुफा, राजवंश घराने से जुड़े हैं तार

punjabkesari.in Wednesday, Mar 21, 2018 - 06:36 PM (IST)

कुनिहार: कुनिहार से 4 किलो मीटर दूरी पर जाडली गांव की पहाड़ी में एक रहस्यमयी गुफा मिली है। लोग इसे भगवान शंकर का ही चमत्कार बता रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह गुफा सोलन के राजवंश घराने से भी ताल्लुक रखती है। यहां रहने वाले महंत प्रेमानंद महाराज (सिरमौर) ने बताया कि यह गुफा रहस्यों से भरी है। महंत व ग्रामीणों ने जैसे ही खुदाई शुरू की वैसे ही इस गुफा का रास्ता अलग-अलग जगह के रूप में खुलता रहा। गुफा की गलियां इतनी संकरी थी कि उससे अंदर तक जाना नामुकिन था। जिस पहाड़ी पर यह गुफा निकली है यह जिला सोलन का रायकोट किला है व उक्त स्थान का जिक्र शिवमहापुराण में भी आता है। उन्होंने बताया कि यह प्रेमानान्द्देश्वर महादेव गुफा है। 

20 से 25 फुट लंबा है गुफा का गलियारा
अगर गुफा की बात कही जाए तो इसमें प्रवेश द्वार बड़ा है। गलियारा महज 20 से 25 फुट लंबा है। उससे आगे जाने वाला मार्ग काफी तंग है। उसमें प्रवेश नहीं किया जा सकता। अंदर जाने के 2-3 मार्ग काफी संकीर्ण हैं। बड़ी-बड़ी चट्टानों की वजह से सुरक्षा की दृष्टि से अंदर प्रवेश करना खतरे से खाली नहीं लगता। 

महंत प्रेमानंद महाराज 2017 में निकले थे भ्रमण पर 
महंत प्रेमानंद ने बताया कि वे अपने गुरु श्रीश्री 1008 पूर्णानंद महराज के आदेश के अनुसार 2017 से भ्रमण पर निकले थे। वह सबसे पहले अर्की की शिव गुफा लुटरू महादेव में आए। वहां से जखोली होते हुए हनुमान मंदिर बनिया देवी पहुंचे। जब वह जांडली गांव में पहुंचे तो किसी ग्रामीण ने उक्त पहाड़ी पर खोज करने की बात कही। उन्होंने बताया कि यह गुफा शिवमहापुराण से संबंध रखती है। जैसे ही पहली चट्टान निकली वैसे ही शेष नाग के दर्शन हुए जोकि शिलाओं में लुप्त हो गए। 

गुफा के रहस्यों से उठ रहा पर्दा 
स्थानीय लोगों मदन कुमार, अशोक कुमार, नरेश कुमार, श्याम लाल, राम लाल, राम गोपाल, रामरतन व विक्की आदि ने कहा कि उक्त स्थान पर कोई पुरातन गुफा होने का अनुमान जरूर था। परन्तु कुछ दिनों पहले ही महंत प्रेमानंद महराज यहां आए थे। तब से आज तक उक्त गुफा के रहस्यों से पर्दा उठ रहा है।  

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